बाराबंकीः प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से अब तक 12,199 युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार मेले के माध्यम से 4,289 मेधावियों को नौकरी मिल चुकी है. वहीं करीब 2,000 युवाओं ने स्वरोजगार का रास्ता अपनाया है. दरअसल यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को कॉरपोरेट तकनीक से परिचित कराता है. इस योजना के माध्यम से जहां तकनीकी के मुख्य कौशल विधा से परिचित कराया जाता है. वहीं पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और सॉफ्ट स्किल के माध्यम से उन्हें आज के माहौल के अनुकूल तैयारी कराई जाती है.
युवाओं को रोजगार दिलाने में सफल
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना बाराबंकी जिले में युवाओं को रोजगार दिलाने और उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सफल साबित होती दिखाई दे रही है. आने वाले समय में कौशल विकास योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ने की संभावना है. जिस प्रकार से युवाओं में इस योजना को लेकर दिलचस्पी देखी जा रही है, उससे यह स्पष्ट है कि इसमें और अधिक युवा जुड़ेंगे.
युवतियों में रोजगार निर्माण को लेकर उत्साह
कौशल विकास की इस योजना से जुड़ी युवतियों में रोजगार निर्माण और स्वरोजगार को लेकर विशेष उत्साह दिखाई दे रहा है. युवतियों का कहना है कि इस योजना के तहत उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है, जिससे वह आत्मनिर्भर बन रही हैं. आने वाले समय में यदि उन्हें नौकरी नहीं भी मिली तो, वह स्वरोजगार के माध्यम से अपने भविष्य का निर्माण स्वयं कर सकती हैं.
स्वरोजगार के माध्यम से भी भविष्य निर्माण
वहीं छात्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से उनको अच्छी नौकरी मिल जाएगी, यदि उन्हें नौकरी नहीं मिली तो वह स्वरोजगार के माध्यम से भी भविष्य निर्माण करने की दिशा में आराम से पहल कर सकते हैं. इस योजना के तहत युवा पीढ़ियों को कढ़ाई, सिलाई, बुनाई, फैशन टेक्नोलॉजी से लेकर वेल्डिंग मोबाइल, इलेक्ट्रिक और तमाम प्रकार के उपकरणों को बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
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