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बाराबंकी: वार्डों में सफाई और फागिंग न होने से बढ़ा बीमारियों का खतरा

यूपी के बाराबंकी में नगर पालिका की लापरवाही से स्थानीय लोगों को काफी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है. नगर पालिका की इस अव्यवस्था के चलते शहर के वार्डों की स्थिति दयनीय हो गई है.

नगर पालिका की लापरवाही से बढ़ती समस्या.
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Published : Sep 26, 2019, 12:00 AM IST

बाराबंकी: नगर पालिका की चरमराई सफाई व्यवस्था के कारण शहर के कई वार्डों में सफाई नहीं हो पा रही है. नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले पार्कों की स्थिति बहुत ही दयनीय है. नालियों में कूड़ा भरा हुआ है और बड़े नाले जगह-जगह पर खुले होने के कारण दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं.

स्थानीय लोगों ने बयां किया अपना दर्द
स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश होने के कारण मच्छर पैदा हो रहे हैं. फागिंग ने होने से मच्छरों से होने वाले रोगों का खतरा बढ़ गया है. कई खंभों में करंट भी उतरता है. खंभों पर बल्ब तो लगा है, लेकिन जलता नहीं है. शिकायत करने पर बदलने के लिए कर्मचारी नहीं आते हैं.

नगर पालिका की लापरवाही से बढ़ती समस्या.


नगर पालिका की लापरवाही से बढ़ती परेशानियां
जिले के नगर पालिका स्थिति इतनी खराब है कि, स्वच्छता व्यवस्था के नाम पर सभी वादे खोखले साबित दिखाई दे रहे हैं. कई जगहों पर बड़े-बड़े नाले खुले हैं, जिनमें गिरकर कभी भी दुर्घटना हो सकती है. छोटे नालियों की यह स्थिति है कि उसमें कूड़ा भरा पड़ा है. जिसे समय पर साफ नहीं किया जाता है.


डेंगू-मलेरिया का बढ़ता खतरा
बारिश होने पर यही नाले और नालियां कूड़े से भर जाते हैं, जिससे जगह-जगह पानी भर जाता है. जलभराव के कारण पैदा होने वाले मच्छरों पर फागिंग से नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन फागिंग न होने के कारण मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ता रहता है.


पार्कों की दयनीय स्थिति
पार्कों में कूड़ा फेंका जाता है, क्योंकि नगर पालिका की लापरवाही के चलते पार्कों की हालत इस लायक नहीं है कि वहां कोई बैठ सकें. बड़े-बड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और महापुरुषों के नाम पर बने पार्कों की स्थिति बेहद दयनीय है. वहां पर न तो सफाई है और ना ही कोई व्यवस्था.


सर्वे में मिला था तीसरा स्थान
बाराबंकी की नवाबगंज नगर पालिका मुख्य शहर की नगर पालिका है. उसको पूरे उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष हुए स्वच्छता सर्वे में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था और तब यह स्थिति है.


इसे भी पढ़ें:- बाराबंकी: आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लेखपालों ने किया काम बंद

कई जगह पर सीमा विवाद के कारण सफाई कर्मचारी नहीं पहुंचते हैं. जिसके कारण कूड़े का अंबार लग जाता है और नालियां कूड़े से भर जाती हैं. यदि किसी को सफाई भी करवाना हुआ तो उसके लिए सफाई कर्मचारी पैसा लेते हैं.
धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सत्यप्रेमी नगर वार्ड, नवाबगंज


मोहल्लों में लगे खंभों पर बल्ब तो है, लेकिन वह जलता नहीं, क्योंकि फ्यूज है. कई बार कहने के बाद भी उसे बदलने के लिए कर्मचारी नहीं आते हैं. मोहल्लों में कई ऐसे खंभे हैं, जिनमें करंट भी उतरता है, जिसकी खबर लेने वाला कोई नहीं है.
समीर श्रीवास्तव, निबलेट वार्ड नवाबगंज

बाराबंकी: नगर पालिका की चरमराई सफाई व्यवस्था के कारण शहर के कई वार्डों में सफाई नहीं हो पा रही है. नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले पार्कों की स्थिति बहुत ही दयनीय है. नालियों में कूड़ा भरा हुआ है और बड़े नाले जगह-जगह पर खुले होने के कारण दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं.

स्थानीय लोगों ने बयां किया अपना दर्द
स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश होने के कारण मच्छर पैदा हो रहे हैं. फागिंग ने होने से मच्छरों से होने वाले रोगों का खतरा बढ़ गया है. कई खंभों में करंट भी उतरता है. खंभों पर बल्ब तो लगा है, लेकिन जलता नहीं है. शिकायत करने पर बदलने के लिए कर्मचारी नहीं आते हैं.

नगर पालिका की लापरवाही से बढ़ती समस्या.


नगर पालिका की लापरवाही से बढ़ती परेशानियां
जिले के नगर पालिका स्थिति इतनी खराब है कि, स्वच्छता व्यवस्था के नाम पर सभी वादे खोखले साबित दिखाई दे रहे हैं. कई जगहों पर बड़े-बड़े नाले खुले हैं, जिनमें गिरकर कभी भी दुर्घटना हो सकती है. छोटे नालियों की यह स्थिति है कि उसमें कूड़ा भरा पड़ा है. जिसे समय पर साफ नहीं किया जाता है.


डेंगू-मलेरिया का बढ़ता खतरा
बारिश होने पर यही नाले और नालियां कूड़े से भर जाते हैं, जिससे जगह-जगह पानी भर जाता है. जलभराव के कारण पैदा होने वाले मच्छरों पर फागिंग से नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन फागिंग न होने के कारण मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ता रहता है.


पार्कों की दयनीय स्थिति
पार्कों में कूड़ा फेंका जाता है, क्योंकि नगर पालिका की लापरवाही के चलते पार्कों की हालत इस लायक नहीं है कि वहां कोई बैठ सकें. बड़े-बड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और महापुरुषों के नाम पर बने पार्कों की स्थिति बेहद दयनीय है. वहां पर न तो सफाई है और ना ही कोई व्यवस्था.


सर्वे में मिला था तीसरा स्थान
बाराबंकी की नवाबगंज नगर पालिका मुख्य शहर की नगर पालिका है. उसको पूरे उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष हुए स्वच्छता सर्वे में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था और तब यह स्थिति है.


इसे भी पढ़ें:- बाराबंकी: आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लेखपालों ने किया काम बंद

कई जगह पर सीमा विवाद के कारण सफाई कर्मचारी नहीं पहुंचते हैं. जिसके कारण कूड़े का अंबार लग जाता है और नालियां कूड़े से भर जाती हैं. यदि किसी को सफाई भी करवाना हुआ तो उसके लिए सफाई कर्मचारी पैसा लेते हैं.
धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सत्यप्रेमी नगर वार्ड, नवाबगंज


मोहल्लों में लगे खंभों पर बल्ब तो है, लेकिन वह जलता नहीं, क्योंकि फ्यूज है. कई बार कहने के बाद भी उसे बदलने के लिए कर्मचारी नहीं आते हैं. मोहल्लों में कई ऐसे खंभे हैं, जिनमें करंट भी उतरता है, जिसकी खबर लेने वाला कोई नहीं है.
समीर श्रीवास्तव, निबलेट वार्ड नवाबगंज

Intro: बाराबंकी , 25 सितंबर। बाराबंकी जिले की नगर पालिका में चरमराई सफाई व्यवस्था. शहर के कई वार्डों में नहीं होती है ठीक से सफाई. नगरपालिका के अंतर्गत आने वाले पार्कों की स्थिति है दयनीय. नालियों में भरा है कूड़ा ,और बड़े नाले जगह-जगह पर खुले होने के कारण दुर्घटना को दे रहे हैं निमंत्रण. बारिश होने के कारण पानी लग जाने से बढ़ रहे हैं मच्छर. नहीं होती है समय पर फागिंग जिससे मच्छर जनित रोगों खतरा बढ़ गया है. कई खंभों में उतरता है करंट. खंभों पर बल्ब तो लगा है लेकिन जलता नहीं. शिकायत करने पर बदलने के लिए लोग आते ही नहीं.


Body: बाराबंकी जिले के नगर पालिका स्थिति इतनी खराब है कि, स्वच्छता व्यवस्था के नाम पर सभी वादे खोखले साबित दिखाई दे रहे हैं . कई जगहों पर बड़े बड़े नाले खुले हैं, जिनमें गिरकर कभी भी दुर्घटना हो सकती है. छोटे नालियों की यह स्थिति है कि उसमें कूड़ा भरा पड़ा है. जिसे समय पर साफ नहीं किया जाता है. बारिश होने पर यही नाले और नालियां कूड़े से भर जाते हैं, जिससे जगह-जगह पानी लग जाता है. इसी पानी से मच्छरों की तादाद बढ़ जाती है, जिसे फागिंग के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है. लेकिन फागिंग ना होने के कारण मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है.
पार्कों में कूड़ा फेंका जाता है, क्योंकि पार्क इस लायक है ही नहीं कि वहां कोई बैठ सकें. बड़े-बड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और महापुरुषों के नाम पर बने पार्कों की स्थिति बेहद दयनीय है. वहां पर न तो सफाई है और ना ही कोई व्यवस्था.
जिले के सभी नगर पालिका और नगर पंचायतों का भी लगभग यही हाल है.
आश्चर्य तो इस बात का है कि बाराबंकी की नवाबगंज नगरपालिका मुख्य शहर की नगरपालिका है .उसको पूरे उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष हुए सर्वे में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था और तब यह स्थिति है.
बाराबंकी के सत्यप्रेमी नगर एवं निबलेट वार्डों में यह स्थिति है कि, कई जगह पर सीमा विवाद के कारण सफाई कर्मचारी नहीं पहुंचते हैं. जिसके कारण कूड़े का अंबार लग जाता है, और नालियां कूड़े से भर जाती हैं . यदि सफाई किसी को करवाना भी हुआ तो उसके लिए सफाई कर्मचारी पैसा लेते हैं.
मोहल्लों में लगे खंभों पर बल्ब तो है लेकिन वह जलता नहीं, क्योंकि फ्यूज है. कई बार कहने के बाद भी उसे बदलने के लिए लोग नहीं आते हैं. मोहल्लों में कई ऐसे खंभे हैं जिनमें करंट भी उतरता है, जिसकी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है.
कुल मिलाकर स्थिति भयंकर है समय रहते इससे निजात मिलने की जरूरत है.


Conclusion:हमारी पड़ताल का केंद्र बिंदु नगरपालिका से सटा हुआ सत्यप्रेमी नगर मोहल्ला है, नगरपालिका के बिल्कुल सामने वाले मोहल्ले की यह दशा है .अन्य स्थानों पर तो हालत और भी खराब है. नागरिकों की असुविधा और समस्याओं का निस्तारण जल्द से जल्द यदि नहीं हुआ तो बीमारी फैलने का भी खतरा है. जिन खंभों में करंट उतर रहा है, यदि उन्हें ठीक नहीं किया गया तो यह सीधे-सीधे दुर्घटना को आमंत्रण है. बड़े नालों और नालियों को यदि नहीं ढका गया तो इसमें गिरने से भयानक दुर्घटना की पूरी संभावना है.




bite -

1- धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सत्यप्रेमी नगर वार्ड नवाबगंज , बाराबंकी.

2- समीर श्रीवास्तव, निबलेट वार्ड नवाबगंज, बाराबंकी

3- हिमांशु यादव, सत्यप्रेमी नगर वार्ड नवाबगंज ,बाराबंकी

4- पी. के. श्रीवास्तव ,अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका नवाबगंज, बाराबंकी


रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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