बाराबंकी: कोविड (covid) महामारी के चलते प्रभावित हुए सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम यानी एमएसएमई (micro small and medium enterprises) को फिर से पटरी पर लाकर आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए बाराबंकी के अग्रणी बैंक (LEAD BANK) द्वारा ग्राहक जनसम्पर्क प्रोग्राम (customer outreach campaigns) का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बाराबंकी के तकरीबन दर्जन भर से ज्यादा बैंकों ने भागेदारी की. इस दौरान विभिन्न बैंकों द्वारा ग्राहकों को 103 करोड़ रुपये का ऋण (loan) वितरित किया गया. अकेले बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ग्राहकों को 20 करोड़ रुपये का लोन दिया गया.
कोविड महामारी में प्रभावित उद्योग-धंधे को पटरी पर लाने की पहल
बताते चलें कि कोविड महामारी काल मे सभी उद्योग-धंधे बुरी तरह प्रभावित हुए थे. लॉकडाउन के चलते श्रमिकों के न रहने पर ज्यादातर उद्योग-धंधे ठप्प हो गए थे. सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग तो बिल्कुल खत्म हो गए थे. ज्यादातर उद्यमियों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ा. कोविड का संकट कम होने से अब औद्योगिक जीवन एक बार फिर धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है. सरकार इन उद्यमियों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए इन्हें तमाम योजनाओं का लाभ दे रही है ताकि उद्योगों को पहले वाली हालत में लाया जा सके. इसके लिए बैंकों के जरिये उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. विभिन्न बैंक ग्राहकों को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित भी कर रहे है.
लोन पाकर ग्राहकों के खिल गए चेहरे
लोन पाकर उद्यमियों के चेहरे खिल गए. लोन पाने वालों में तमाम उद्यमी हैं. इसके अलावा तमाम स्वयं सहायता समूहों को लोन दिया गया है. इन्होंने बताया कि अब वे फिर से अपने उद्योगों को ठीक ढंग से संचालित कर सकेंगे.
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जगह-जगह हो ऐसे आयोजन
बैंक ऑफ इंडिया की कार्यपालक निदेशक मोनिका कालिया ने कहा कि आज हम इंडियन इकोनॉमी बढाने की बात करते हैं लेकिन जब तक वित्तीय समावेश का सम्पूर्ण काम नही कर लेते हैं तब तक सबका विकास सबका साथ नहीं मिल सकता लिहाजा जरूरी है कि ऐसी योजनाओं का जगह-जगह आयोजन हो.