बाराबंकी: रामनगर के घाघरा नदी पर मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन हुआ. प्रशासन भी इस दौरान व्यवस्थाओं में चुस्त-दुरुस्त नजर आया. जिलेभर से सैकड़ों की तादाद में लोग मूर्ति विसर्जन करने घाघरा नदी के तट पर आते हैं. मूर्ति विसर्जन कर घाघरा में दुबकी लगाकर माता के जयकारे करते हुए जाते हैं.
मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन
घाघरा नदी पर मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन हुआ. भक्तों का कहना है कि मां 9 दिनों के लिए हम लोगों के साथ रहती हैं तो पूरा घर भक्तिमय हो जाता है. इन नौ दिनों के दौरान बक्त व्रत रखकर के घर पर पूजा अर्चना करते हैं. 9 दिनों तक मां की पूजा करने के बाद भक्त अब मां को विसर्जित करने आए हैं. मां दुर्गा के विसर्जन के दौरान भक्तों के चहरों पर खुशी के साथ दुख भी देखा गया.
विसर्जन के दौरान प्रशासन मुस्तैद
- प्रशासन ने अपनी मुस्तैदी से कि किसी प्रकार की कोई श्रद्धालु या विसर्जित करने आए लोग उन्हें दिक्कत न आए.
- प्रशासन रोड से लगाकर नदी के किनारे तक देखरेख में लगा था.
- हर बार की तरह इस बार भी नाव से विसर्जिन करने पर प्रशासन में नाव को सुरक्षा के तौर पर लगा रखा था.
- जिलेभर से आए सैकड़ों की तादाद में मूर्तियां और हजारों की संख्या में आए लोग प्रशासन के लिए चुनौती बन गई.
दुख भी हो रहा है और इस बात की खुशी है कि अगले साल फिर माताजी हमारे घर आएंगी. हम लोगों के अंदर जो भी बुराइयां हैं, उसको माता जी के साथ विसर्जित करते हैं.
-उपासना, श्रद्धालु