बाराबंकीः जिले में गुरुवार को पुलिस कप्तान के निर्देश पर 5 अवैध खनन माफियाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. इस गैंग का सरगना विनोद यादव पिछले काफी समय से अवैध कारोबार में लिप्त था, लेकिन ऊपर तक पहुंच होने के चलते इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. एसपी ने खनन मामले में लापरवाही बरतने वाले सम्बन्धित थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर और बीट के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
जानकारी के अनुसार काफी समय से जिले में मिट्टी के अवैध खनन की मिल रही सूचना पर पुलिस कप्तान ने एक विशेष टीम गठित करके कार्रवाई के निर्देश दिए थे. सतरिख थाना क्षेत्र के दाऊदपुर गांव में बड़े पैमाने पर अवैध मिट्टी का खनन होने की सूचना पर जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक ने स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान अवैध खनन होने की सूचना सही पाई गई. मौके से 2 जेसीबी और 6 डम्पर बरामद किए गए हैं.
मौके पर बरामद अवैध खनन के लिए प्रयोग में लाई जा रही जेसीबी और डंपर स्वामियों के बारे में पता करने पर टीम को जानकारी मिली कि ये कोतवाली नगर के भूहेरा गांव के विनोद यादव की है, जो बाराबंकी का एक बड़ा खनन माफिया है. लिहाजा पुलिस ने विनोद यादव, उसके भाई राजकुमार, सतरिख थाना क्षेत्र के नरायनपुरवा निवासी पंकज यादव, कोठी थाना क्षेत्र के महरूपुर निवासी पंकज वर्मा और उसी गांव के दीपक वर्मा को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक विनोद की जुग्गौर चिनहट में एक फर्म है, जो लोगों को मिट्टी सप्लाई करती है. इसी फर्म की आड़ में ये अवैध मिट्टी का खनन करता है. दबंग होने के चलते लोग इसके खिलाफ मुंह नहीं खोल रहे थे. यहां तक कि तमाम पुलिस वालों की जानकारी में ये धड़ल्ले से अपने कारोबार को अंजाम दे रहा था. हैरानी की बात तो ये है कि अपनी ऊंची पहुंच के चलते ये बचता आ रहा था.
सतरिख थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से खनन चल रहा था, लेकिन थानाध्यक्ष इससे अनजान बने रहे. वहीं इसे गम्भीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान ने थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया और बीट के चार सिपाहियों को निलंबित कर दिया.