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अगर आप भी है कुपोषण के शिकार, तो खाएं ये चावल, मिलेगा फायदा

बाराबंकी में एफसीआई कुपोषण को दूर करने के लिए एफसीआई राशनकार्ड धारकों को सामान्य चावल की जगह फोर्टिफाइड चावल देगा. फोर्टिपाइड चावल कुपोषण और एनीमिया को दूर करता है.

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खाए ये चावल मिलेगी निजात
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Published : Aug 21, 2022, 6:16 PM IST

बाराबंकी:आमजन मानस की सेहत (health) बनी रहे इसके लिए पीएम मोदी(PM MODI) की मंशा के अनुरूप शासन ने नई पहल शुरू की है. अब राशनकार्ड धारकों (ration card holders)को सरकारी राशन की दुकानों से सामान्य चावल की बजाय फोर्टिफाइड राइस (fortified rice) दिया जाएगा. इस चावल से कुपोषण (malnutrition) और एनीमिया (anemia) जैसी समस्याएं दूर होंगी.


कोरोना काल मे अपनी उपयोगिता साबित कर चुके भारतीय खाद्य निगम(food corporation of india) को शासन ने एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. अभी तक स्कूलों के मध्यान्ह भोजन और आंगनबाड़ी के बच्चों को हॉट कुक्ड में दिए जा रहे फोर्टीफाइड राइस (fortified rice) की तरह अब एफसीआई राशनकार्ड धारकों को भी फोर्टीफाइड राइस उपलब्ध कराएगा. शासन का मानना है कि बढ़ रहे कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए फोर्टीफाइड चावल मील का पत्थर साबित होगा.

फोर्टिफाइड चावल करेगा कुपोषण दूर
फोर्टिफाइड राइस को तैयार करने की विधि: फोर्टिफाइड राइस दो तरह से तैयार किया जाता है. एक तो सामान्य चावल को पीसकर उनमें पोषक तत्वों को मिलाकर उसे मशीन के जरिये फिर से चावल(kernels) का रूप दिया जाता है. दूसरे तरीके में चावल के ऊपर ही पोषक तत्वों की परत (layer) चढ़ाई जाती है. इसे तैयार करने के बाद सामान्य चावलों में एक फीसदी मिला दिया जाता है.अर्थात फोर्टिफाइड और सामान्य चावल का अनुपात 1:100 का रखा जाता है. फोर्टीफाइड चावल तैयार करने के लिए एफसीआई राइस मिल संचालकों को सब्सिडी देकर उनको प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. अभी तक मिल संचालकों से आम चावल खरीद रहे एफसीआई ने नियमों में बदलाव कर दिया है. आने वाले सीजन में निगम मिल संचालकों से फोर्टिफाइड चावल ही खरीदेगा. जिससे ये पौष्टिक चावल गरीबो तक पहुंच सके. अभी तक ये चावल स्कूलों में एमडीएम के रूप में और आंगनबाड़ी में बच्चों को हॉट कुक्ड के रूप में दिया जा रहा था.भारतीय खाद्य निगम पंजाब या दूसरे जगहों से ये चावल मंगाता था लेकिन अब इस चावल को जिले में ही तैयार करने की योजना है. मिल संचालकों को इसका प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.जिले में कुल 06 लाख 44 हजार 495 राशन कार्डों में 01 लाख 13 हजार 883 राशन कार्ड अन्त्योदय और 05 लाख 30 हजार 612 राशन कार्ड पात्र गृहस्थी के हैं. जिनमे कुल 26 लाख 23 हजार 044 लाभार्थी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ उठा रहे हैं.शासन की मंशा के अनुरूप भरतीय खाद्य निगम इन्ही को ये पोषणयुक्त चावल देने जा रहा है.नवम्बर महीने से सरकारी राशन की दुकानों से कार्ड धारकों को ये चावल मिलने लगेगा.


यह भी पढ़ें:गोरखपुर मंडल में लागू हुआ सिंगल स्टेज डिलीवरी सिस्टम, गोदाम से सीधे कोटेदार की दुकान पहुंचेगा राशन


क्या है फोर्टिफाइड चावल:फोर्टिफाइड चावल को पोषणयुक्त चावल कहा जाता है. इससे कुपोषण और एनीमिया की समस्या दूर होती है. इस चावल में अलग से पोषक तत्वों की मात्रा मिलाई जाती है.ये चावल दूसरे चावलों की तुलना में सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है. इसमें आयरन,विटामिन-बी12 और फोलिक एसिड ज्यादा होता है, इसके अलावा इसमें जिंक भी होता है. इसके जरिये शरीर मे पोषक तत्वों की कमी दूर होती है.


यह भी पढ़ें:हरदोई: कोटेदारों तक सीधे पहुंचेगा सरकारी राशन, GPS से ट्रैक होगी लोकेशन

बाराबंकी:आमजन मानस की सेहत (health) बनी रहे इसके लिए पीएम मोदी(PM MODI) की मंशा के अनुरूप शासन ने नई पहल शुरू की है. अब राशनकार्ड धारकों (ration card holders)को सरकारी राशन की दुकानों से सामान्य चावल की बजाय फोर्टिफाइड राइस (fortified rice) दिया जाएगा. इस चावल से कुपोषण (malnutrition) और एनीमिया (anemia) जैसी समस्याएं दूर होंगी.


कोरोना काल मे अपनी उपयोगिता साबित कर चुके भारतीय खाद्य निगम(food corporation of india) को शासन ने एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. अभी तक स्कूलों के मध्यान्ह भोजन और आंगनबाड़ी के बच्चों को हॉट कुक्ड में दिए जा रहे फोर्टीफाइड राइस (fortified rice) की तरह अब एफसीआई राशनकार्ड धारकों को भी फोर्टीफाइड राइस उपलब्ध कराएगा. शासन का मानना है कि बढ़ रहे कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए फोर्टीफाइड चावल मील का पत्थर साबित होगा.

फोर्टिफाइड चावल करेगा कुपोषण दूर
फोर्टिफाइड राइस को तैयार करने की विधि: फोर्टिफाइड राइस दो तरह से तैयार किया जाता है. एक तो सामान्य चावल को पीसकर उनमें पोषक तत्वों को मिलाकर उसे मशीन के जरिये फिर से चावल(kernels) का रूप दिया जाता है. दूसरे तरीके में चावल के ऊपर ही पोषक तत्वों की परत (layer) चढ़ाई जाती है. इसे तैयार करने के बाद सामान्य चावलों में एक फीसदी मिला दिया जाता है.अर्थात फोर्टिफाइड और सामान्य चावल का अनुपात 1:100 का रखा जाता है. फोर्टीफाइड चावल तैयार करने के लिए एफसीआई राइस मिल संचालकों को सब्सिडी देकर उनको प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. अभी तक मिल संचालकों से आम चावल खरीद रहे एफसीआई ने नियमों में बदलाव कर दिया है. आने वाले सीजन में निगम मिल संचालकों से फोर्टिफाइड चावल ही खरीदेगा. जिससे ये पौष्टिक चावल गरीबो तक पहुंच सके. अभी तक ये चावल स्कूलों में एमडीएम के रूप में और आंगनबाड़ी में बच्चों को हॉट कुक्ड के रूप में दिया जा रहा था.भारतीय खाद्य निगम पंजाब या दूसरे जगहों से ये चावल मंगाता था लेकिन अब इस चावल को जिले में ही तैयार करने की योजना है. मिल संचालकों को इसका प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.जिले में कुल 06 लाख 44 हजार 495 राशन कार्डों में 01 लाख 13 हजार 883 राशन कार्ड अन्त्योदय और 05 लाख 30 हजार 612 राशन कार्ड पात्र गृहस्थी के हैं. जिनमे कुल 26 लाख 23 हजार 044 लाभार्थी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ उठा रहे हैं.शासन की मंशा के अनुरूप भरतीय खाद्य निगम इन्ही को ये पोषणयुक्त चावल देने जा रहा है.नवम्बर महीने से सरकारी राशन की दुकानों से कार्ड धारकों को ये चावल मिलने लगेगा.


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क्या है फोर्टिफाइड चावल:फोर्टिफाइड चावल को पोषणयुक्त चावल कहा जाता है. इससे कुपोषण और एनीमिया की समस्या दूर होती है. इस चावल में अलग से पोषक तत्वों की मात्रा मिलाई जाती है.ये चावल दूसरे चावलों की तुलना में सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है. इसमें आयरन,विटामिन-बी12 और फोलिक एसिड ज्यादा होता है, इसके अलावा इसमें जिंक भी होता है. इसके जरिये शरीर मे पोषक तत्वों की कमी दूर होती है.


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