बाराबंकी : गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने को लेकर अड़े किसानों को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने यह बात बाराबंकी में कही. कृषि मंत्री मंगलवार को बाराबंकी में पद्मश्री प्राप्त किसान रामसरन वर्मा की खेती की तकनीक देखने आए थे. इस दौरान उन्होंने नए कृषि कानूनों से होने वाले लाभों पर चर्चा करते हुए कहा कि इसका विरोध वे लोग कर रहे हैं, जिन्होंने लंबे समय तक सत्ता में रहकर भी किसानों की जिंदगी में बदलाव के लिए कोई काम नहीं किया.
कृषि मंत्री बाराबंकी के दौलतपुर के किसान रामसरन वर्मा के फार्म हाउस पर पहुंचे. उन्होंने किसान रामसरन की आलू, टमाटर, केला समेत तमाम खेती देखा. कृषि मंत्री के साथ पूर्व केंद्रीय कृषि राधामोहन सिंह और प्रदेश के कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत भी मौजूद थे.
नए कृषि कानूनों के लाभ गिनाए
सूर्य प्रताप शाही ने वर्तमान में कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन को गलत बताते हुए कहा कि इसे वे लोग हवा दे रहे हैं जो नहीं चाहते कि किसानों की आय बढ़े. जबकि पीएम मोदी लगातार यही प्रयास कर रहे हैं कि किसानों की आय दोगुनी हो. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की मंशा है कि अब खेती को सिर्फ उत्पादन तक ही नहीं बढ़ाना है, बल्कि उसको व्यवसाय की तरह किसान उपयोग में लाएं, इसकी कोशिश करनी है.
विपक्षी दलों पर साधा निशाना
इस मौके पर उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर पिछले 70 वर्षों से चले आ रहे कृषि कानून अच्छे थे तो क्यों तमाम किसान गरीब रह गए. क्यों सरकार को किसानों के कर्ज माफ करने पड़े. इसके पीछे ये है कि पिछली सरकारों के दौरान किसानों को तमाम योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा सका.