बाराबंकी: लखनऊ से अयोध्या की ओर ट्रेन से सफर करने वालों को बाराबंकी से ही अयोध्या के राम मंदिर का आभास होने लगेगा, क्योंकि जल्द ही बाराबंकी और अयोध्या के बीच पड़ने वाले स्टेशनों का स्वरूप भी अयोध्या के राम मंदिर की तरह नजर आएगा. इसकी जानकारी उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने दी. डीआरएम संजय त्रिपाठी शुक्रवार को बाराबंकी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने आए थे.
डीआरएम ने किया निरीक्षण
डीआरएम संजय त्रिपाठी ने शुक्रवार को बाराबंकी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने प्लेटफार्म, वेटिंग रूम, गार्ड रूम, सिग्नल समेत इंजीनियरिंग सेक्शन का भी निरीक्षण किया और अपने मातहतों को तमाम दिशा-निर्देश दिए. इससे पहले डीआरएम ने अयोध्या और फैजाबाद स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद रास्ते में पड़ने वाले दरियाबाद और सैयदखानपुर स्टेशन पर भी व्यवस्थाएं देखीं. लखनऊ से अयोध्या के बीच पड़ने वाली रेलवे क्रॉसिंगों और पुलों का भी उन्होंने निरीक्षण किया.
बाराबंकी से लखनऊ तक होंगी चार रेलवे लाइनें
रेल दोहरीकरण की बाबत उन्होंने बताया कि अकबरपुर से बाराबंकी तक 161 किमी तक रेल दोहरीकरण के लिए 1,200 करोड़ रुपये मिले हैं, जिस पर तेजी से काम शुरू हो गया है और अगले वर्ष के समापन तक काम पूरा हो जाएगा.
दो चरणों में होगा दोहरीकरण
डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि अकबरपुर से बाराबंकी तक रेल दोहरीकरण दो चरणों में होगा. उन्होंने बताया कि पहले अकबरपुर-अयोध्या-फैजाबाद से बाराबंकी तक डबल लाइन बिछाई जाएगी और बाराबंकी से लखनऊ तक दो और लाइनें बिछाई जाएंगी यानी लखनऊ से बाराबंकी तक चार लाइनें होंगी. इनके बीच दो लाइनें पहले ही चल रही हैं.
राम मंदिर स्वरूप में दिखेंगे बाराबंकी समेत कई रेलवे स्टेशन
स्टेशनों के मॉडिफिकेशन की बाबत डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि बाराबंकी से अकबरपुर दो महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल अयोध्या और वााराणसी को जोड़ता है. उन्होंने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है. उन्होंने बताया कि बाराबंकी व अयोध्या के मध्य पड़ने वाले रेलवे स्टेशनों को राम मंदिर मॉडल की तर्ज पर सजाया संवारा जाएगा. बाराबंकी व आसपास के रेलवे स्टेशन को मंदिर का ही लुक दिया जाएगा ताकि इन स्टेशन से गुजरने वाले श्रद्धालुओं को धार्मिक यात्रा का आभास हो सके.