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बाराबंकी: घाघरा नदी में बंद होगा ड्रेजिंग का कार्य, बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा प्रधानमंत्री आवास

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Published : Jul 28, 2019, 5:30 PM IST

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में घाघरा नदी में लगातार हो रही कटान से आसपास रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है. लोग इस बाढ़ और कटान से बचने का स्थाई तरीका ढूंढ रहे हैं.

बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा प्रधानमंत्री आवास

बाराबंकी: सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र टेपरा सनावा देखने पहुंचे थे. वहां लोगों की शिकायत थी कि हर बार बाढ़ आती है. हर बार हम लोगों को प्रशासन की तरफ से सहायता मिलती है, लेकिन क्या इसका स्थाई समाधान हो सकता है. इस पर सिंचाई मंत्री ने बताया कि आप लोग यहां से निकलने के लिए राजी हों तो जमीन आपको दी जाए और आप लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास की भी व्यवस्था की जाएगी.

बाढ़ पीड़ितों से मिलते सिंचाई विभाग मंत्री.

बाढ़ से बाराबंकी में तबाही

  • प्रदेश में बाढ़ प्रभावित 26 जिले हैं, जिसमें संवेदनशील जिला बाराबंकी भी शामिल है.
  • बाढ खंड के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं और धन आवंटित कर दिया है.
  • योगी सरकार में धन की कोई कमी नहीं है और कटान को रोकने के लिए पूरा प्रबंध करेंगे.
  • सिंचाई मंत्री ने बताया जिन लोगों का मकान घाघरा नदी में कट गया है, उनको अलग जमीन दी जाएगी.
  • योगी सरकार प्रधानमंत्री आवास की भी व्यवस्था करेगी.

गोंडा और बाराबंकी के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच जो बात हुई थी कि जो बंधे के बीच में टापू पड़ा हुआ है. उसको अगर ड्रेजिंग करके और वहीं पर नदी को कर दिया जाए तो यह इधर बंधा भी बच जाएगा और गांव भी बच जाएगा उधर भी कटान नहीं होगी गोंडा की तरफ से दोनों जिलों को फायदा होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और किसान इसका विरोध कर रहे हैं. इस पर भी विचार किया जाएगा.
- धर्मपाल सिंह, सिंचाई विभाग मंत्री

अगर डेजिंग न हुई होती तो हम लोगों की जमीनें और मकान बच जाते, क्योंकि इधर पानी का बहाव कम होता और अगर अगली बार डेजिंग का कार्य हुआ तो नदी बंधे को भी काट देगी और बंधे को कोई बचा नहीं सकता.
हरि शरण पांडे, बाढ़ पीड़ित

लेकिन हम लोगों को आश्वासन देकर चले गए. कुछ मिला नहीं सभी आते हैं और आश्वासन देते हैं, लेकिन मिलता कुछ नहीं है. हमारी जमीन भी कट गई है. मकान भी कट गया है .अब अपने बच्चों को हम क्या खिलाएंगे.
निर्मला, बाढ़ पीड़ित

बाराबंकी: सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र टेपरा सनावा देखने पहुंचे थे. वहां लोगों की शिकायत थी कि हर बार बाढ़ आती है. हर बार हम लोगों को प्रशासन की तरफ से सहायता मिलती है, लेकिन क्या इसका स्थाई समाधान हो सकता है. इस पर सिंचाई मंत्री ने बताया कि आप लोग यहां से निकलने के लिए राजी हों तो जमीन आपको दी जाए और आप लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास की भी व्यवस्था की जाएगी.

बाढ़ पीड़ितों से मिलते सिंचाई विभाग मंत्री.

बाढ़ से बाराबंकी में तबाही

  • प्रदेश में बाढ़ प्रभावित 26 जिले हैं, जिसमें संवेदनशील जिला बाराबंकी भी शामिल है.
  • बाढ खंड के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं और धन आवंटित कर दिया है.
  • योगी सरकार में धन की कोई कमी नहीं है और कटान को रोकने के लिए पूरा प्रबंध करेंगे.
  • सिंचाई मंत्री ने बताया जिन लोगों का मकान घाघरा नदी में कट गया है, उनको अलग जमीन दी जाएगी.
  • योगी सरकार प्रधानमंत्री आवास की भी व्यवस्था करेगी.

गोंडा और बाराबंकी के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच जो बात हुई थी कि जो बंधे के बीच में टापू पड़ा हुआ है. उसको अगर ड्रेजिंग करके और वहीं पर नदी को कर दिया जाए तो यह इधर बंधा भी बच जाएगा और गांव भी बच जाएगा उधर भी कटान नहीं होगी गोंडा की तरफ से दोनों जिलों को फायदा होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और किसान इसका विरोध कर रहे हैं. इस पर भी विचार किया जाएगा.
- धर्मपाल सिंह, सिंचाई विभाग मंत्री

अगर डेजिंग न हुई होती तो हम लोगों की जमीनें और मकान बच जाते, क्योंकि इधर पानी का बहाव कम होता और अगर अगली बार डेजिंग का कार्य हुआ तो नदी बंधे को भी काट देगी और बंधे को कोई बचा नहीं सकता.
हरि शरण पांडे, बाढ़ पीड़ित

लेकिन हम लोगों को आश्वासन देकर चले गए. कुछ मिला नहीं सभी आते हैं और आश्वासन देते हैं, लेकिन मिलता कुछ नहीं है. हमारी जमीन भी कट गई है. मकान भी कट गया है .अब अपने बच्चों को हम क्या खिलाएंगे.
निर्मला, बाढ़ पीड़ित

Intro:बाराबंकी. सिंचाई विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र .टेपरा सनावा .देखने पहुंचे थे वह लोगों ने शिकायत की कि हर बार बाढ़ आती है. हर बार हम लोगों को प्रशासन की तरफ से सहायता मिलती है .लेकिन क्या इसका स्थाई समाधान हो सकता है. इस पर सिंचाई मंत्री ने बताया कि आप लोग यहां से निकलने के लिए राजी हो तो जमीन आपको दी जाए।
और आप लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास की भी व्यवस्था की जाएगी.


Body:जब सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह से ईटीवी ने बात की तो उन्होंने बताया कि हमारे प्रदेश में बाढ़ प्रभावित 26 जिले हैं जिसमें संवेदनशील जिला बाराबंकी भी उसमें शामिल है.
इसको अपने बाढ खंड के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं .और धन आवंटित कर दिया है योगी सरकार में धन की कोई कमी नहीं है कटान को रोकने के लिए पूरा प्रबंध करेंगे।
सिंचाई मंत्री ने बताया जिन लोगों का मकान घाघरा नदी में कट गया है. उनको अलग जमीन दी जाएगी और योगी सरकार प्रधानमंत्री आवास की भी व्यवस्था करेगी और जिनकी जमीने कट गई है. उनके लिए भी कुछ व्यवस्था की जाएगी।
जब ड्रेजिंग पर पूछा गया उन्होंने बताया की गोंडा और बाराबंकी के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच जो बात हुई थी कि जो बंधे के बीच में टापू पड़ा हुआ है .उसको अगर ड्रेजिंग करके और वहीं पर नदी को कर दिया जाए तो यह इधर बंधा भी बच जाएगा और गांव भी बच जाएगा उधर भी कटान नहीं होगी गोंडा की तरफ से दोनों जिलों को फायदा होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और किसान इसका विरोध कर रहे हैं. इस पर भी विचार किया जाएगा


Conclusion:बाढ़ प्रभावित हरि शरण पांडे ने बताया कि अगर डेजिंग ना हुई होती तो हम लोगों की जमीनें और मकान बच जाते क्योंकि इधर पानी का बहाव कम होता और अगर अगली बार डेजिंग का कार्य हुआ तो नदी बंधे को भी काट देगी और बंधे को कोई बचा नहीं सकता।
वही बाढ़ पीड़ित निर्मला का कहना है .मंत्री जी तो आए लेकिन हम लोगों को आश्वासन देकर चले गए कुछ मिला नहीं सभी आते हैं .आश्वासन देते हैं .लेकिन मिलता कुछ नहीं है .हमारी जमीन भी कट गई है. मकान भी कट गया है .अब अपने बच्चों को हम क्या खिलाएंगे।


बाइट .बाढ़ पीड़ित निर्मला.

बाइट. सिंचाई विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह.

बाइट. हरि शरण पांडे बाढ़ पीड़ित.

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