बाराबंकी: नवागत पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने चार्ज संभालते ही जिले को अपराध मुक्त बनाने की मंशा जाहिर कर दी है. उन्होंने अपने मातहतों को कार्य प्रणाली में सुधार किए जाने की चेतावनी दी. उनके सामने जिले के नारकोटिक्स नेटवर्क और शराब माफियाओं के सिंडिकेट को खत्म करने की चुनौतियां रहेंगी.
वाइल्ड लाइफ मास्टर हैं डॉ. अरविंद चतुर्वेदी
नवागत पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी वाइल्ड लाइफ क्राइम इन्वेस्टिगेशन के मास्टर रहे हैं. वाइल्ड लाइफ पर काम करना डॉ. अरविंद चतुर्वेदी का पैशन रहा है. टाइगर और कछुआ को लेकर हो रहे क्राइम कंट्रोल पर डॉ. अरविंद चतुर्वेदी को महारत हासिल है. देश के वाइल्ड लाइफ केंद्रों और टाइगर रिजर्वस केंद्रों पर जाकर डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने फॉरेस्ट पुलिस को ट्रेंड भी किया है.
इंटरपोल जैसी कंपनी में काम कर चुके हैं डॉ. अरविंद चतुर्वेदी
टाइगर और टर्टल को लेकर हो रहे अपराधों पर डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने विदेशों में जाकर अवैधानिक ट्रेड पर भारत की ओर से प्रजेंटेशन भी दिया है. यही नहीं डॉ. चतुर्वेदी इंटरपोल जैसी बड़ी एजेंसी के टेक्निकल एडवाइजर रह चुके हैं. रविवार को बाराबंकी पहुंचे नवागत पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने मातहतों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि थाने पर जाने वाले हर फरियादी की सुनवाई होनी चाहिए. किसी पीड़ित को पुलिस कप्तान तक पहुंचने की जरूरत न पड़े. बीट सुधार सिस्टम और जमानत पर छूटे अपराधियों पर नजर रखने पर उन्होंने विशेष जोर दिया.
नवागत पुलिस कप्तान की प्राथमिकताएं
- महिला सुरक्षा और महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी करना.
- थानों पर आने वाले हर फरियादी की सुनवाई सुनिश्चित करना.
- जिले में नारकोटिक्स से सम्बंधित अपराधों की रोक.
- हाईवे पर होने वाले अपराधों की रोकथाम. बैंकों की सुरक्षा.
- जमानत पर छूटे अपराधियों पर नजर रखना.