बाराबंकी: बाराबंकी के मेयो मेडिकल कॉलेज के DMLT के एक स्टूडेंट की उसके प्राइवेट हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतक के पिता ने ड्रग्स देकर बेटे की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है.
बस्ती जिले के हरैया थाना क्षेत्र के भन्दैईपुर निवासी कांग्रेस नेता नर्वदेश्वर शुक्ला का इकलौता बेटा शिवम शुक्ला बाराबंकी के मेयो मेडिकल कॉलेज से डीएमएलटी का कोर्स कर था. वह फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था. शिवम शुक्ला सफेदाबाद के सरथरा रोड पर स्थित एक प्राइवेट हॉस्टल में रहता था.
पिता नर्वदेश्वर शुक्ला के मुताबिक शिवम चार दिन पहले ही घर से आया था.उसकी परीक्षा हो गई थी. पिता के मुताबिक उसकी मां रोजाना शिवम से मोबाइल पर बात करती थी. गुरुवार को रात आठ बजे उसकी मां ने फोन मिलाया तो फोन नहीं मिला. कई बार ट्राई करने के बाद भी जब फोन नहीं मिला तो उसने शिवम के साथ रहने वाले उसके रूम पार्टनर सौरभ शुक्ला को फोन किया.
सौरभ ने बताया कि शिवम एक लड़के अविनाश रॉय के साथ गया है.अविनाश राय यहीं के शेरवुड कालेज में बीफार्मा का स्टूडेंट है. ये भी उसी प्राइवेट हॉस्टल में रहता है. शिवम की मां ने कहा कि उससे बात करा दो. शुभम जब अविनाश के कमरे पर पहुंचा तो उसके कमरे में ताला बंद था. अविनाश को फोन किया तो काफी देर तक वह टालमटोल करता रहा.आखिरकार काफी देर बाद वह आया तो कमरा नही खोल रहा था और शिवम के बारे में अनभिज्ञता जताता रहा.
लड़कों द्वारा दबाव डालने पर काफी देर बाद उसने कमरा खोला तो अंदर शिवम मूर्छित अवस्था मे पड़ा हुआ था और उसकी नाक और मुंह से झाग बह रहा था.आनन फानन में सौरभ अपने साथियों के साथ शिवम को लेकर हिन्द अस्पताल पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.उसके बाद ये लोग शिवम को लोहिया अस्पताल लेकर भागे जहां भी डॉक्टरों ने शिवम को मृत घोषित कर दिया.उसके बाद ये लोग वापस बाराबंकी जिला अस्पताल ले आए. मामले की जानकारी पर नगर कोतवाली पुलिस हॉस्टल पहुंची जहां उसने कमरे की छानबीन की तो वहां ड्रग्स लिए जाने के लक्षण मिले. मृतक के पिता की ओर से ड्रग्स देकर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है.
उधर, कई स्टूडेंट्स द्वारा ड्रग्स लिए जाने की बात बताई जा रही है. लखनऊ के बीबीडी से लेकर बाराबंकी तक कई कॉलेज हैं. सूत्र बताते हैं कि तमाम स्टूडेंट्स ड्रग्स लेते हैं. बताया जा रहा है कि जाने-अनजाने तमाम युवा नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं. पुलिस की जांच के बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सकेगी.
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