बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी जिले में एक युवक ने संतान की चाहत में अपने रिश्तेदार की निर्मम हत्या कर दी. इस कोल्ड ब्लड मर्डर के खुलासे के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. मैनुएल इंटेलिजेंस और डिजिटल डेटा के साथ ही पुलिस को 2 दर्जन से ज्यादा स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने पड़े. आखिरकार पुलिस ने इस हत्याकांड के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जिनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी, बाइक और हेलमेट को बरामद किया गया है.
6 दिसंबर को मसौली थाना क्षेत्र के शहाबपुर नहर पटरी पर एक युवक का शव पाया गया था. मृत युवक की शिनाख्त राजेश वर्मा पुत्र राम प्रसाद निवासी परसपुर बिंदौरा थाना रामनगर के रूप में हुई. इस मामले में मृतक के बहनोई प्रदीप कुमार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मसौली थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था.
जहां हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया था. मैनुएल इंटेलीजेंस और डिजिटल डेटा के साथ ही 2 दर्जन से ज्यादा स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए. जिसके आधार पर पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया. हैरान करने वाली बात ये कि जिसने इस मामले का मुकदमा दर्ज कराया था. वह खुद इस हत्याकांड में शामिल था.
पुलिस ने इस मामले में मृतक के बहनोई प्रदीप वर्मा, प्रदीप वर्मा के बहनोई सुशील कुमार वर्मा और सुशील के साथी राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी, टूटा हुआ हेलमेट और हत्या में प्रयुक्त मोटर साइकिल को बरामद कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी सुशील वर्मा बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है. इसके खिलाफ विभिन्न थाना क्षेत्रों में हत्या और बलात्कार जैसे कई गंभीर मामले दर्ज है.
ये था मामला ?
दरअसल, मृतक राजेश वर्मा और अभियुक्तगण लेबर और राजमिस्त्री का काम करते थे. आरोपी प्रदीप वर्मा, मृतक राजेश वर्मा का बहनोई है. वहीं आरोपी सुशील वर्मा, प्रदीप वर्मा का बहनोई है. सुशील के पास कोई संतान नही थी लिहाजा उसने 3 साल पहले अपने साले प्रदीप वर्मा की पुत्री को गोद ले लिया. इधर प्रदीप वर्मा की पत्नी को कुछ शारीरिक समस्या हो गई और वो मां बन पाने में अक्षम हो गई तो प्रदीप अपनी बेटी को वापस मांगने लगा.
प्रदीप के साले मृतक राजेश की पत्नी को गर्भवती देख इन लोगों ने योजना बनाई. इन्होंने राजेश पर दबाव बनाना शुरू किया कि होने वाली संतान सुशील को दे दे, लेकिन राजेश इस पर राजी नहीं हो रहा था. राजेश के इंकार करने पर सुशील, प्रदीप और सुशील ने अपने साथी राजकुमार के साथ मिलकर राजेश की हत्या की योजना बना डाली. योजना के मुताबिक राजेश की हत्या करने के बाद उसकी संतान को सुशील ले लेगा और उसकी पत्नी को भी रख लेगा.
ऐसे की गई हत्या ?
योजना के मुताबिक घटना वाले दिन यानी 5 दिसंबर को सुशील और राजकुमार ने राजेश से मिलकर उसे रामनगर में जेसीबी पर काम दिलाने का झांसा दिया और रामनगर चलने को कहा. रास्ते में सफेदाबाद में इन लोगों ने रुककर शराब पी. उसके बाद रामनगर गए, लेकिन वहां कोई नहीं मिला तो लौट लिए और रास्ते में मोटरसाइकिल को शहाबपुर नहर पटरी पर मोड़ दिया और कुछ दूर चलकर बहाना बनाकर मोटरसाइकिल रोक दी और फिर पहले से ही गाड़ी में रखी गई हथौड़ी निकाल कर उससे प्रहार कर राजेश की हत्या कर डाली.
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