बाराबंकी: गर्मी के दिनों में फैलने वाले दिमागी बुखार और संचारी रोगों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने शनिवार को विशेष संचारी रोग निवारण अभियान की शुरूआत की. एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों सहित पंचायती राज, ग्राम्य विकास, पशुपालन, कृषि, शिक्षा, बाल विकास और नगर विकास समेत सरकार के 11 विभागों को भी शामिल किया गया है.
शनिवार को स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह (Minister of State for Health Mayankeshwar Sharan Singh) ने हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि पूरे महीने सबके कष्टों का हरण हो नवरात्रि के इस शुभ अवसर पर इससे बड़ा कोई संकल्प नहीं हो सकता. दिमागी बुखार पर सीधा वार, सुरक्षित होगा हर परिवार की थीम के साथ शुरू होने वाले इस अभियान के तहत पंचायती राज, कृषि, ग्राम्य विकास, बाल विकास एवं सरकार के 11 दूसरे विभागों को भी जिम्मेदारी दी गई है. साफ सफाई, कूड़ा निस्तारण, मच्छरों से बचाव के लिए फॉगिंग जैसे कार्यक्रम लगातार चलाये जाएंगे.
स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के दो हिस्से होंगे. पहला 02 अप्रैल से 30 अप्रैल तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा. बीच में 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक विशेष रूप से दस्तक अभियान चलाया जाएगा. जिसमें आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी और सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रत्येक सदस्य की स्क्रीनिंग करेंगे. खास तौर पर 01 से 15 वर्ष के बच्चों की जांच होगी.
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जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राजीव सिंह ने पिछले तीन वर्षों का जिले का आंकड़ा बताते हुए कहा कि वर्ष 2020 में 57 डेंगू के, 24 जापानी इंसेफेलाइटिस के मरीज पाए गए थे, जिनमें 03 की मौत हो गई थी. वर्ष 2021 में 44 मरीज डेंगू के थे, जबकि जापानी इंसेफेलाइटिस के 19 मरीज थे, जिनमें एक मरीज की मौत हो गई थी. इस वर्ष तीन महीने बीत जाने के बाद अभी तक केवल एक मरीज डेंगू का पाया गया है.
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