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बाराबंकी: बारिश से बर्बाद किसानों की फसल के आंकलन में जुटा कृषि विभाग

यूपी के बाराबंकी में पिछले दिनों हुई बारिश के चलते किसानों की तिलहन और दलहन की फसलें बर्बाद हो गई हैं. किसानों का कहना है कि बारिश से फसल बर्बाद होने के बाद उनकी उम्मीद सरकार से ही है.

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बारिश के चलते किसानों की फसलें बर्बाद.
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Published : Jan 18, 2020, 5:22 PM IST

बाराबंकीः जिले में बीते दिनों लगातार हुई बारिश से आलू के साथ ही तिलहन में सरसों और दलहन में चना, मटर, मसूर समेत कई फसलों को नुकसान पहुंचा है. आलू के खेतों में पानी भरने से उसके सड़ने की आशंका से किसान परेशान हैं. वहीं फूल ले चुकी सरसों, खेतों में गिरकर बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है. सफेद मटर भी बारिश के चलते 50 फीसदी तक बर्बाद हो गई है.

बारिश के चलते किसानों की फसलें बर्बाद.

आलू की फसल नुकसान का सीधा असर बाजारों में देखने को मिला. बारिश के चलते आलू की खोदाई न होने से बाजार में आलू प्रति किलो 25 रुपये तक बिक रहा है. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फसलों के हुए नुकसान का आंकलन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. वहीं किसानों का कहना है कि बारिश से फसल बर्बाद होने के बाद उनकी उम्मीद सरकार से है. अब सरकार ही कुछ मदद करे.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकी: किशोर न्याय अधिनियम के प्रति जागरूकता की मुहिम शुरू

वहीं जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि जनपद में गेहूं, सरसों और आलू की फसलें, फसल बीमा के अंतर्गत आच्छादित हैं. जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करा रखा है. उनके लिए हमने टोल फ्री नंबर जारी किया है. किसान जिला कृषि अधिकारी के कार्यालय में आकर, कार्यालय उपनिदेशक में आकर या जिस बैंक से बीमा लिया है, वहां जाकर एप्लीकेशन दे सकते हैं. संजीव कुमार ने बताया कि फिलहाल जिले में बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं दिख रहा है.

बाराबंकीः जिले में बीते दिनों लगातार हुई बारिश से आलू के साथ ही तिलहन में सरसों और दलहन में चना, मटर, मसूर समेत कई फसलों को नुकसान पहुंचा है. आलू के खेतों में पानी भरने से उसके सड़ने की आशंका से किसान परेशान हैं. वहीं फूल ले चुकी सरसों, खेतों में गिरकर बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है. सफेद मटर भी बारिश के चलते 50 फीसदी तक बर्बाद हो गई है.

बारिश के चलते किसानों की फसलें बर्बाद.

आलू की फसल नुकसान का सीधा असर बाजारों में देखने को मिला. बारिश के चलते आलू की खोदाई न होने से बाजार में आलू प्रति किलो 25 रुपये तक बिक रहा है. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फसलों के हुए नुकसान का आंकलन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. वहीं किसानों का कहना है कि बारिश से फसल बर्बाद होने के बाद उनकी उम्मीद सरकार से है. अब सरकार ही कुछ मदद करे.

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वहीं जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि जनपद में गेहूं, सरसों और आलू की फसलें, फसल बीमा के अंतर्गत आच्छादित हैं. जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करा रखा है. उनके लिए हमने टोल फ्री नंबर जारी किया है. किसान जिला कृषि अधिकारी के कार्यालय में आकर, कार्यालय उपनिदेशक में आकर या जिस बैंक से बीमा लिया है, वहां जाकर एप्लीकेशन दे सकते हैं. संजीव कुमार ने बताया कि फिलहाल जिले में बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं दिख रहा है.

Intro:बाराबंकी 18 जनवरी। बारिश से किसानों की फसलें चौपट, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नुकसान के आकलन में जुटा कृषि विभाग. बाराबंकी जिले में बीते दिनों लगातार हुई बारिश से आलू के साथ ही तिलहन में सरसों और दलहन में चना, मटर, मसूर समेत कई फसलों को नुकसान पहुंचा है। आलू के खेतों में पानी भरने से उसके सड़ने की आशंका से किसान परेशान हैं। वहीं फुलियाती सरसों खेतों में गिरकर बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है। सफेद मटर भी 50 पानी के चलते 50 फीसदी तक बर्बाद हो गई है। आलू की फसल नुकसान का सीधा असर बाजारों में देखने को मिला। बारिश के चलते आलू की खोदाई न होने से बाजार में आलू प्रति किलो 25 रुपये तक बिक रहा है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।

Body:जिले के किसानों की मानें तो आलू, सरसों की फसल में बारिश के चलते बड़ा नुकसान हो गया है। उनकी सारी फसल पानी में डूब गई है। फसल से पानी निकल नहीं पा रहा और जिससे फसल पूरी सड़ जाएगी। जिससे आलू और सरसों नें रोग लग जाएंगे। वहीं कुछ किसानों का कहना है कि उनके खेत में गेहूं की फसल लगी हुई है। इस बारिश से उनकी फसल को काफी फायदा होगा। किसानों का कहना है कि बारिश से फसल बर्बाद होने के बाद उनकी उम्मीद सरकार से है कि वही कुछ मदद करे।

वहीं जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि जनपद में गेहूं, सरसों और आलू की फसलें फसल बीमा के अंतर्गत आच्छादित हैं। जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करा रखा है उनके लिये हमने टोल फ्री नंबर जारी किया है। किसान जिला कृषि अधिकारी के कार्यालय में आकर, कार्यालय उपनिदेशक में आकर या जिस बैंक से बीमा लिया है, वहां जाकर एप्लीकेशन दे सकते हैं। उन मामलों का हम सर्वे करा लेंगे। संजीव कुमार ने बताया कि फिलहाल जिले में बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं दिख रहा है। लेकिन फिर भी जिनका नुकसान हुआ है उनकी मदद की जाएगी।

Conclusion:Byte-
बाइट- राम सिंह, किसान,
बाइट- अजीत कुमार मौर्या, किसान,
बाइट- प्रेम चंद्र, किसान,
बाइट- संजीव कुमार, जिला कृषि अधिकारी।


रिपोर्ट- आलोक कुमार शुक्ला रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907.
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