बाराबंकी: कांशीराम आवास आवंटन में धांधली का मामला सामने आ रहा है. जिम्मेदारों ने रिश्वत लेकर अमीरों को गरीब बना दिया है. कांशीराम आवास के लिए गरीबों ने आवेदन किया था, लेकिन राजस्वकर्मियों और आवास आवंटन के जिम्मेदारों ने धांधली की. सभासदों का कहना है कि पूरे वार्ड में नाम की सूची लेकर उन्होंने खोजा लेकिन पता नही चल सका.
मायावती सरकार में कांशीराम आवास बनाने की योजना बनी थी. इसके तहत नगर के पटेल चौराहे के करीब और देवां रोड पर अभय नगर में आवास बनाये गए थे. पटेल चौराहे पर बनी कॉलोनी के आवासों का आवंटन हो गया था, जिसमें लोग निवास भी कर रहे हैं. बाद में अभय नगर में भी कॉलोनी बनाई गई, जिसमें 480 आवास बनवाए गये.
पिछले काफी अरसे से इन आवासों का आवंटन नहीं हो सका था, लेकिन प्रक्रिया चल रही थी. करीब एक हफ्ता पहले आवासों का आवंटन किया गया. जब आवेदनकर्ताओं को आवास नहीं मिला तो गरीब पात्रों ने अपने वार्ड के सभासदों से पीड़ा बताई. सभासदों ने जब आवंटियों की लिस्ट का मिलान वार्डवार शुरू किया तो धांधली का खुलासा हुआ.
इस बाबत जब हमने उपजिलाधिकारी अभय कुमार पांडे से बात की तो उन्होंने बताया कि 480 आवास थे राजस्वकर्मियों द्वारा पात्रता सूची बनाने के बाद डूडा अधिकारी और ईओ नगरपालिका समेत चार सदस्यीय टीम ने पात्रता सूची की जांच की. पता चला कि लाटरी सिस्टम से आवासों का आवंटन किया गया है. किसी अपात्र को आवंटन हो गया है तो उसका नाम सूची से काट दिया जाएगा. पैसे लेकर आवंटन किये जाने की बात सत्य पाई गई तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.