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...अब देश को टीबी मुक्त बनाने में महाविद्यालय भी निभाएंगे अहम भूमिका - टीबी मुक्त भारत ताजा खबर

देश को टीबी मुक्त बनाने में अब महाविद्यालय भी अहम भूमिका निभाएंगे. दरअसल महाविद्यालयों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. इसके तहत अब हर महाविद्यालय को एक गांव गोद लेना होगा और हर शिक्षक को कम से कम एक टीबी से ग्रस्त बच्चे को गोद लेना होगा.

टीबी मुक्त भारत बनाने में महाविद्यालय निभाएंगे ये भूमिका.
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Published : Oct 11, 2019, 11:36 PM IST

बाराबंकी: देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए अब महाविद्यालयों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. अब हर महाविद्यालय को एक गांव गोद लेना होगा और हर शिक्षक को कम से कम एक टीबी से ग्रस्त बच्चे को गोद लेना होगा.

टीबी मुक्त भारत बनाने में महाविद्यालय निभाएंगे ये भूमिका.

कुलपति ने दिए ये निर्देश
राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने अधीन आने वाले सभी कॉलेजों को इसका अनुपालन करने के निर्देश दिए हैं. यही नहीं उन्होंने सभी डिग्री कालेजों को यूजीसी एक्ट की धारा 12B और 2F से आच्छादित हो जाने के निर्देश भी जारी किए हैं. शुक्रवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने इस बात की जानकारी दी.

इसे भी पढ़ें- घर-घर खोजे जा रहे हैं टीबी के मरीज, क्षय रोग से मुक्त करने का है लक्ष्य

टीबी को लेकर पीएम मोदी और राज्यपाल हैं गंभीर
जिले के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक करने बाराबंकी पहुंचे कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने शुक्रवार को सभी प्राचार्यों को इसका सख्ती से अनुपालन करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तरह सूबे की राज्यपाल टीबी जैसी खतरनाक बीमारी को लेकर गंभीर हैं. उनकी मंशा है कि 2023 तक भारत टीबी मुक्त हो जाए.

इसे भी पढ़ें-'टीबी मुक्त भारत' के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, चलाया 'टीबी खोजो' अभियान

सात जिलों के महाविद्यालयों को जारी किए निर्देश
इस मौके पर कुलपति ने राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सात जिलों में सभी महाविद्यालयों को निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि अभी तमाम डिग्री कालेज यूजीसी एक्ट की धारा 12B और 2F से आच्छादित नहीं हैं, जिसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं.

उन्होंने बताया कि इन धाराओं से आच्छादित हो जाने पर सभी कालेज एक समान हो जाएंगे. समानता होने पर ये सभी कालेज सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे. प्रो. दीक्षित ने बताया कि वह हर जिले में जाकर प्राचार्यों को इसके लिए निर्देश दे रहे हैं.

बाराबंकी: देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए अब महाविद्यालयों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. अब हर महाविद्यालय को एक गांव गोद लेना होगा और हर शिक्षक को कम से कम एक टीबी से ग्रस्त बच्चे को गोद लेना होगा.

टीबी मुक्त भारत बनाने में महाविद्यालय निभाएंगे ये भूमिका.

कुलपति ने दिए ये निर्देश
राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने अधीन आने वाले सभी कॉलेजों को इसका अनुपालन करने के निर्देश दिए हैं. यही नहीं उन्होंने सभी डिग्री कालेजों को यूजीसी एक्ट की धारा 12B और 2F से आच्छादित हो जाने के निर्देश भी जारी किए हैं. शुक्रवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने इस बात की जानकारी दी.

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टीबी को लेकर पीएम मोदी और राज्यपाल हैं गंभीर
जिले के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक करने बाराबंकी पहुंचे कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने शुक्रवार को सभी प्राचार्यों को इसका सख्ती से अनुपालन करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तरह सूबे की राज्यपाल टीबी जैसी खतरनाक बीमारी को लेकर गंभीर हैं. उनकी मंशा है कि 2023 तक भारत टीबी मुक्त हो जाए.

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सात जिलों के महाविद्यालयों को जारी किए निर्देश
इस मौके पर कुलपति ने राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सात जिलों में सभी महाविद्यालयों को निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि अभी तमाम डिग्री कालेज यूजीसी एक्ट की धारा 12B और 2F से आच्छादित नहीं हैं, जिसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं.

उन्होंने बताया कि इन धाराओं से आच्छादित हो जाने पर सभी कालेज एक समान हो जाएंगे. समानता होने पर ये सभी कालेज सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे. प्रो. दीक्षित ने बताया कि वह हर जिले में जाकर प्राचार्यों को इसके लिए निर्देश दे रहे हैं.

Intro:बाराबंकी ,11 अक्टूबर । देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए अब महाविद्यालयों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं । अब हर महाविद्यालय को एक गांव गोद लेना होगा और हर शिक्षक को कम से कम एक टीबी से ग्रस्त बच्चे को गोद लेना होगा । राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने अधीन आने वाले सभी कॉलेजों को इसका अनुपालन करने के निर्देश दिए हैं । यही नही उन्होंने सभी डिग्री कालेजों को यूजीसी ऐक्ट की धारा 12B और 2F से आच्छादित हो जाने के निर्देश भी जारी किए हैं ।शुक्रवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने ये जानकारी दी ।


Body:वीओ - जिले के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक करने बाराबंकी पहुंचे कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने शुक्रवार को सभी प्राचार्यों को इसका सख्ती से अनुपालन किये जाने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तरह सूबे की राज्यपाल टीबी जैसी खतरनाक बीमारी को लेकर गम्भीर हैं । उनकी मंशा है कि 2023 तक भारत टीबी मुक्त हो जाय । इस मौके पर उन्होंने अपने अधीन आने वाले सात जिलों में सभी महाविद्यालयों को उन्होंने निर्देश जारी किए हैं । यही नही उन्होंने बताया कि अभी तमाम डिग्री कालेज यूजीसी ऐक्ट की धारा 12B और 2F से आच्छादित नही हैं जिसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं । उन्होंने बताया कि इन धाराओं से आच्छादित हो जाने पर सभी कालेज एक समान हो जाएंगे । समानता होने पर ये सभी कालेज सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे । प्रो दीक्षित ने बताया कि वो हर जिले में जाकर प्राचार्यों को इसके लिए निर्देश दे रहे हैं ।
बाईट - प्रो मनोज दीक्षित, कुलपति राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय अयोध्या


Conclusion:रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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