बाराबंकी : यूपी के राजकीय किशोरी सम्प्रेक्षण गृह बाराबंकी से बुधवार को फरार हुई एक किशोरी के मामले में जांच के लिए निदेशालय से आई विशेष टीम की रिपोर्ट पर शुक्रवार को एक और महिला कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है. अब तक इस मामले में सम्प्रेक्षण गृह में तैनात सात कर्मचारियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराए जाने के साथ अधिक्षिका और केयर टेकर समेत तीन को सस्पेंड किया जा चुका है, जबकि ड्यूटी पर तैनात दो महिला होमगार्ड्स को भी हटा दिया गया है. किशोरी के फरार हुए दो दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी भी पुलिस उसे तलाश नहीं कर पाई है.
बताते चलें कि कोतवाली नगर के आवास विकास काॅलोनी टेलीफोन एक्सचेंज के पास स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोरी) में बुधवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया था जब गिनती के वक्त एक किशोरी कम पाई गई थी. आरोप है कि सम्प्रेक्षण गृह की अधीक्षिका कंचन वर्मा ने इस मामले में घोर लापरवाही बरती और प्रशासनिक अधिकारियों को खबर तक नहीं की. उन्होंने दिन में तीन बजे हुई इस घटना की जानकारी अधिकारियों को शाम पांच बजे दी. सम्प्रेक्षण गृह में गेट पर महिला होमगार्ड्स की तैनाती रहती है. एक केयर टेकर और अधिक्षिका समेत कुल सात कर्मचारियों को किशोरियों की देखभाल और निगरानी की जिम्मेदारी है, लेकिन इस मामले में घोर लापरवाही बरती गई.
सम्प्रेक्षण गृह में पिछले कई दिनों से छत की मरम्मत का काम चल रहा है. बताया जा रहा है कि किशोरी आसानी से छत पर पहुंच गई और फिर वहां से भाग निकली. सम्प्रेक्षण गृह में किशोरियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बुधवार को भी प्रशिक्षण चल रहा था. ट्रेनिंग के दौरान दो बार अटेंडेंस होती है. पहली अटेंडेंस में किशोरी मौजूद थी, उसके बाद करीब तीन बजे वॉशरूम जाने को कहकर किशोरी चली गई. काफी देर तक जब नहीं लौटी तब ट्रेनिग दे रही शिक्षिका ने अधीक्षिका कंचन वर्मा को बताया, लेकिन अधीक्षिका ने अधिकारियों को सूचना देने की बजाय अपने स्तर से उसकी खोज शुरू कर दी. इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ पल्लवी सिंह द्वारा निदेशालय को तुरंत रिपोर्ट भेजी गई.
गुरुवार को निदेशालय से महिला कल्याण विभाग की संयुक्त निदेशक आकांक्षा अग्रवाल और उपनिदेशक प्रवीण तिवारी की संयुक्त टीम ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए. जांच के दौरान अधीक्षिका कंचन वर्मा और केयर टेकर वीरेंद्र कुमार की गलती पाई गई, जिन्हें तुरंत सस्पेंड कर दिया गया. उसके बाद कर्मचारी सुशीला की भी लापरवाही सामने आई. जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ पल्लवी सिंह ने बताया कि 'दिन में दो बजे से रात 10 बजे तक सुशीला की ड्यूटी रहती है. बुधवार को सुशीला देर से आई और उसने किशोरियों की गिनती किये बगैर चार्ज ले लिया. जिस प्वाइंट पर सुशीला की ड्यूटी रहती है वहां ताला खुला पाया गया. इस लापरवाही पर शुक्रवार को सुशीला को भी सस्पेंड कर दिया गया.
जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ पल्लवी सिंह के मुताबिक, संतकबीरनगर जिले के मेहदावल थाने के एक गांव की रहने वाली यह किशोरी चोरी के एक मामले में पहली अक्टूबर 2022 से राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में है. उसका बाराबंकी जुवेनाइल कोर्ट में ट्रायल चल रहा है. बताया जा रहा है कि संतकबीरनगर नगर के ही रहने वाले एक युवक से उसकी दोस्ती थी और वह उसी के साथ मिलकर चोरियां करती थी. पुलिस को उम्मीद है कि किशोरी यहां से भागकर संतकबीरनगर में अपने साथी से मिलेगी. लिहाजा बाराबंकी पुलिस संतकबीरनगर की पुलिस से बराबर सम्पर्क में है. इसके अलावा तीन टीमें सम्भावित ठिकानों और निकल भागने के रास्तों पर लगातार निगरानी कर रही हैं.