बाराबंकीः जिले की पुलिस पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगे हैं. ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम समाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राइन ने आरोप लगाया कि, कोरोना महामारी के दौरान पुलिस जनता की मदद करने के बजाए लोगों को एनडीपीएस एक्ट के फर्जी मुकदमों में फंसा रही है. भाजपा सांसद उपेंद्र रावत, भाजपा विधायक बैजनाथ रावत समेत कई विधायकों ने वसीम राइन की शिकायत पर सीएम को पत्र लिखा हैं.
पुलिस पर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप
कुछ दिनों पहले जिले की रामनगर सीट से भाजपा विधायक शरद अवस्थी ने जिले के जैदपुर थाने की पुलिस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे और इसे लेकर उन्होंने थाने के प्रभारी निरीक्षक और विशेष प्रभारी अधिकारी खिलाफ मोर्चा खोला दिया था. जिसके बाद में पुलिस कप्तान ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया था.
गरीब और असहाय पर फर्जी मुकदमा
वहीं अब ऑल इंडिया मुस्लिम पसमांदा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर मोर्चा खोल दिया है. वसीम राइन ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के इस संकट काल में जिले की पुलिस गरीब और असहाय लोगों की मदद के बजाए उन पर फर्जी मुकदमे लगा रही है.
उन्होंने कहा कि, पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज किए है. इसके साथ ही वसीम राइन ने मसौली थाने की पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. पुलिस पर आरोप है कि, उसने ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम समाज के जिलाध्यक्ष नसरुद्दीन के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का फर्जी मुकदमा दर्ज उन्हें जेल भेज दिया है. वसीम राइन ने इस मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है.