बाराबंकी: जिले में पूर्व एमएलसी प्रदीप यादव की पुण्यतिथि पर पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री अहमद हसन आए हुए थे. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि देश और प्रदेश की हालात खराब है. यहां लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. किसानों को इस सरकार में आत्महत्या करनी पड़ रही है. पहले किसान आत्महत्या नहीं करता था. सरकार जनता को गुमराह करके सत्ता में आई और सत्ता से चिपके रहने के लिए झूठ बोलती है. यहीं भाजपा की सरकार और भाजपा का मूल चरित्र है.
नागरिकता कानून पर बोले अहमद हसन
अहमद हसन ने बताया कि CAA, NRC, NPR पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने पहले ही कहा है कि हमको नहीं चाहिए NPR हमको चाहिए रोजगार तो वहीं बात हम भी मानते हैं. CAA के विरोध में लखनऊ में धरने पर बैठी मुस्लिम महिलाओं को उठाए जाने के सवाल पर कहा कि, इस सरकार में जो भी अपनी मांग लेकर आया उसे लाठी-गोली दी गई . यह सरकार लाठी गोली की सरकार है. यह फरियाद सुनने के हक में नहीं है, यह लोकतंत्र को मानने वाली सरकार भी नहीं है.
मैं रहूं या ना रहूं 2022 में अखिलेश यादव फिर बनेंगे मुख्यमंत्री
कश्मीरी पंडितों के बसाने के सवाल पर अहमद हसन ने कहा कि कश्मीर के हालात उजड़ने के हैं बसने के नहीं. वहां कर्फ्यू लगा हुआ है. इस सरकार में बसने का काम नहीं होगा. इन्होंने मजहब के आधार पर जात-पात के नाम पर देश को बांटने का काम किया है. समाजवादी सरकार सभी को इंसान समझती है, पंडित और नान पंडित कहने का काम भाजपा करती है, और नफरत फैलाती है. हम सभी के लिए काम करते हैं. मैं रहूं या ना रहूं 2022 में अखिलेश यादव फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे और सभी लोगों का कैंसर का इलाज मुफ्त में होगा.
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