बाराबंकी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर समरसता भोज एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर सुमेरगंज रामसनेहीघाट में किया गया. कार्यक्रम की शुरूआत में स्वामी विवेकानंद, मां सरस्वती और डॉ. भीमराव आंबेडकर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई.
कार्यक्रम में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सीता राम कश्यप बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कहा कि राष्ट्र के लिए बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का योगदान अतुलनीय है. वर्तमान की भारतीय राजनीति में नेता की नहीं, बल्कि स्वाभिमान के साथ राष्ट्र के लिए समर्पित भाव और कुप्रथा से लड़ने वाले बेटे की जरूरत है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने भीमराव आंबेडकर को विश्व का प्रणेता कह कर उनके सम्मान में संबोधित किया, जो हर भारतीय के लिए गर्व की बात है.
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक गंगाबक्स सिंह ने कहा कि बाबा साहब ने भारतीय नागरिकों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है. जाति, रंग, धर्म एवं लिंग से हो रहे भेदभाव को समाप्त करके सभी को समान अधिकार दिलाने का कार्य किया.
विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित दरियाबाद विधायक सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद जो हमें देश मिला, वह अराजक स्थिति में था. उसके लिए एक संविधान की जरूरत थी. संविधान हमें अनुशासन देता है, प्रशासन देता है. सामाजिक व्यवस्था कैसी होगी एवं राजनीतिक व्यवस्था कैसी होगी, यह हमें संविधान बताता है.