बाराबंकी: शारदा नहर के टूटे पुल से नहर में गिरे साइकिल सवारों का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है. मौके पर पुलिस तो जरूर पहुंची, लेकिन तलाश के लिए खास मदद नहीं की, जिससे नाराज परिवार के लोगों ने प्रदर्शन भी किया.
मामला जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के बेरिया के पास से गुजरी शारदा नहर से जुड़ा है. बेरिया गांव के निवासी पंकज साइकिल से रात करीब 8 बजे कटियारा स्थित अपने ननिहाल जाने के लिए निकला था, लेकिन देर रात तक वह वहां नहीं पहुंचा. बाद में छानबीन में बता चला कि पंकज नहर में गिर गया है.
तलाश में जुटे परिजन
पंकज के परिवारीजन भीषण ठंड में भी नहर पटरी के किनारे-किनारे घूम कर युवक की तलाश में लगे हैं. पंकज परिवार में अकेला कमाने वाला था. उसकी बहन भी शादी करने के लायक हो गई है. परिवारीजन भी नाउम्मीद हो चुके हैं.
शारदा नहर में दो लोग गिरे हैं, लेकिन दूसरा कौन है, यह साफ नहीं हो सका. ग्रामीणों ने पंकज की तलाश के लिये प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन की संवेदनहीनता के आगे वह बेबस हो गए और अब तक पंकज का कोई पता चल नहीं सका है.
परिजनों ने लगाया आरोप
नहर में गिरे दो लोगों में से एक पंकज के परिजनों ने आरोप लगाया कि अगर समय रहते विभाग टुटी पुलिया को सही करा देता तो वह बच जाता. उनका आरोप है कि प्रशासन से मदद मांगने पर भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली.
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या बाराबंकी के नहर विभाग को जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के उस आश्वासन की भी चिंता नहीं है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंचाई विभाग की नहरों की पुल व पुलिया का भी रंगरोगन व मरम्मत कराई जाएगी और ऐसा न होने पर संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन ने नहीं की मदद
मृतक के परिजनों का कहना है कि उनका भाई एक कार्यक्रम में जा रहा था, तभी यहां नहर में गिर गया और अब तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है. वह सभी उसी दिन से भाई की तलाश में वहां बैठे हैं. इस टूटी पुलिया से कई मौतें हो चुकी हैं.
उनका आरोप है कि प्रशासन की तरफ कोई भी उनका हाल लेने नहीं आया है. उन्होंने नहर विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर यह पुलिया टूटी न होती और इसे सही समय पर दुरुस्त करा दिया गया होता तो शायद उनका भाई बच जाता.
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सहायक अभियंता ने दी सफाई
सिंचाई एवं नहर विभाग के अधिशासी अभियंता राकेश वर्मा ने बताया कि दरियाबाद शाखा में करीब 70 साल पहले बहुत सारे पुल बने थे. उन सभी पुलों में से ज्यादातर पुल अब अपनी आयु पूरी कर चुके हैं. इसीलिए वह पुल अब क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. इन सभी पुलों की मरम्मत के लिये एक परियोजना बनाई जा रही है.
पुल की जल्द कराई जाएगी मरम्मत
उन्होंने कहा कि जिस पुल पर हादसा हुआ है, इसकी भी दो साल पहले मरम्मत कराई गई थी, लेकिन इस संकरे पुल से काफी गाड़ियों के निकलने से पुल की रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई है. इसी वजह से यह हादसा हुआ है. जल्द ही ऐसे सारे पुल की मरम्मत कराई जाएगी.