बाराबंकी: सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी के सनावा घाट पर बालू का खनन चल रहा था. अचानक नदी में बाढ़ आ गई, जिससे 20 ट्रक और दो पोकलैंड मशीन बालू घाट पर ही फंस गए. इनमें से एक पोकलैंड मशीन डूब गई है. इससे ठेकेदार परेशान हैं. शासन स्तर से भी उनकी कोई मदद नहीं हो पा रही है.
सनावा घाट पर ड्रेजिंग कार्य द्वारा जो बालू इकट्ठा की गई थी, उसको ई-टेंडरिंग के द्वारा ठेकेदारों ने खरीदी थी. तीन महीने लॉकडाउन होने के चलते बालू घाट को बंद कर दिया गया था. अभी 20 तारीख को ही ठेकदारों को डीएम ने बालू खनन का आदेश दिया था, लेकिन बाढ़ आ जाने के कारण कार्य बंद करना पड़ा.
जिन मालिकों के ट्रक फंसे हुए हैं, वह भी नदी के किनारे खड़े होकर देख रहे हैं. ट्रक लगातार नदी के पानी बढ़ने के कारण डूबते जा रहे हैं. किसी तरीके से एक ट्रैक्टर को उस पानी से निकाला गया. कुछ ट्रक अभी बालू घाट पर ही खड़े हुए हैं.
फिलहाल अभी तक ठेकेदारों को कोई सरकारी मदद नहीं मिली है, जिससे बालू घाट से डूब रहे ट्रकों को निकाला जा सके. जब जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. जानकारी होते ही इस बारे में बताया जाएगा.
बाराबंकी: जल शक्ति मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, दिए जरूरी निर्देश
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने मंगलवार को जिले के बाढ़ प्रभावित सनावा, टेपरा, इटाहुऊ आदि गांवों का दौरा किया. गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए ठोकर निर्माण में सिंचाई विभाग के काम में तेजी न होने से वे काफी नाराज दिखे. उन्होंने अधिकारियों से 5 जुलाई तक हर हाल में निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है. जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जो ठेकेदार काम नहीं कर पा रहे हैं, उनके सारे सामान जब्त कर लिए जाएं.