बांदाः ससुराल पक्ष के रवैये से तंग आकर विधवा अपने दो बच्चों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची, जहां उसने ससुराल पक्ष के लोगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही स्थानीय पुलिस पर भी समस्या न सुनने का आरोप लगाया है.
ससुराल पक्ष पर लगाए गंभीर आरोप
अतर्रा थाना क्षेत्र के लोधोरा गांव की रहने वाली रीता तिवारी अपनी बेटी अनामिका और बेटे हर्षवर्धन के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची. महिला ने पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा को अपनी समस्या को लेकर शिकायती पत्र दिया. पत्र में महिला ने जहां एक तरफ ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है तो वहीं स्थानीय पुलिस पर भी पूरे मामले में कोई कार्रवाई न करने की बात कही. इतना ही नहीं अपनी समस्या बताते-बताते महिला कार्यालय में ही फूट-फूट कर रोने लगी. उसने ससुराल पक्ष के लोगों से अपनी और अपने बच्चों की जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने मामले में जांच करने के आदेश दिए हैं.
ससुर पर महिला ने लगाए गम्भीर आरोप
पीड़िता ने बताया कि मैं 3 महीने से दर-दर की ठोकरें खा रही हूं. मुझे ससुराल पक्ष के लोग मारपीट कर घर से निकाल देते हैं. यही नहीं मेरे बच्चों के साथ भी गलत व्यवहार करते हैं. मेरी एक बेटी है जिसकी उम्र 16 साल है. मेरे ससुर उसकी जबरन शादी कर देना चाहते हैं. मैं नाबालिग बेटी की शादी नहीं करना चाहती. महिला ने कहा कि मेरे ससुर ने मुझे और मेरी बेटी को गायब कर देने की भी धमकी दी है. आलम यह है कि वह मुझे खाने तक को कुछ नहीं देते, किसी तरह मांगकर अपना और बच्चों का पेट भर रही हूं.
जान-माल की सुरक्षा की लगाई गुहार
पीड़िता ने स्थानीय पुलिस पर भी आरोप लगाया कि अतर्रा थाने की पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. कारण यह है कि एक स्थानीय बीजेपी के विधायक मेरे ससुराल पक्ष के लोगों का सपोर्ट कर रहे हैं. मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी के पढ़ने की व्यवस्था की जाए. साथ ही मुझे खाने-पीने का खर्च दिया जाए और रहने की भी जगह दी जाए.