बांदाः ग्रामीण इलाकों में लोगों को उनके घरों का मालिकाना हक मिल सके, इसको लेकर केंद्र सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत घरौनी दी जा रही है. बांदा जिले में भी तेजी से ड्रोन से गांव का सर्वे किया जा रहा है. इसको लेकर जिले में एक कंपनी ड्रोन कैमरे से गांव-गांव जाकर उनका तेजी से सर्वे करने का काम कर रही है. जिले में 9 फरवरी तक सभी गांव का सर्वे पूरा किया जाना है. जिससे लोगों को जल्द से जल्द घरौनी यानी कि उनके घरों का मालिकाना हक उन्हें मिल सके. घरौनी बनने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा, कि राजस्व के झगड़े के मामले खत्म हो जाएंगे. क्योंकि लोगों के घरों और आवासीय जमीनों के मालिकाना हक को लेकर उनके पास घरौनी का कार्ड हो जाएगा.
खतौनी के तर्ज पर घरौनी
जिस तरह लोगों की जमीनों के मालिकाना हक को लेकर खतौनी में जमीनों पूरा लेखा-जोखा रहता है. उसी तरह गांव में बने घरों और आवासीय संपत्ति का उनके स्वामियों को मालिकाना हक मिल सके. इसको लेकर केंद्र सरकार प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत घरौनी बना रही है. इसको लेकर बांदा जिले में भी सर्वे करने वाली कंपनी इस समय गांव-गांव जाकर तेजी से सर्वे करने का काम पूरा करने में जुटी हुई है. यह कंपनी ड्रोन कैमरे के माध्यम से गांव का सर्वे करने का काम कर रही है, जो 9 फरवरी तक किया जाना है.
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राजस्व के झगड़े होंगे खत्म
ये राजस्व अधिकारियों की देखरेख में किया जा रहा है. घरौनी बनने के बाद लोगों को सबसे बड़ा फायदा ये होगा, कि राजस्व से संबंधित जो भी झगड़े होते हैं. वह खत्म हो जाएंगे. क्योंकि लोगों को उनके ग्रामीण आवासीय अभिलेखों का मालिकाना हक घरौनी के माध्यम से मिल जाएगा. इसको लेकर उन्हें घरौनी कार्ड दिया जाएगा.
तेजी से किया जा रहा सर्वे का कार्य
सर्वे करने वाली कंपनी के मैनेजर और राजस्व अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत ग्रामीण परिवेश में रह रहे लोगों के ग्रामीण आवासीय अभिलेख बनाने को लेकर घरौनी दिए जाने की योजना है. जिसको लेकर जिले में सर्वे का काम किया जा रहा है. लोगों को जल्द ही घरौनी का कार्ड दिया जाएगा.