बांदा: जिले में सैकड़ों की संख्या में चिंगारी संगठन के बैनर तले महिलाओं ने चेकडैम में हुए घोटाले और अभद्रता के मामले में जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने महिलाओं को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन महिलाएं नहीं मानी. वहीं, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य मौके पर पहुंची और उन्होंने किसी तरह महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत कराया और अधिकारियों से पूरे मामले को लेकर बातचीत की. तब जाकर महिलाएं मानी और उन्होंने अपना प्रदर्शन खत्म किया.
क्या है पूरा मामला
- नरैनी कोतवाली क्षेत्र के नीबी गांव में लगभग 12 लाख रुपए की कीमत से एक चेकडैम का निर्माण हुआ है.
- आरोप है कि मानकों को ताक पर रखकर ठेकेदार और अधिकारियों ने निर्माण कराया और वहां काम करने वाले कुछ महिला और पुरुष मजदूरों को मजदूरी तक नहीं दी.
- विरोध में गांव की महिलाएं कुछ दिनों से चेकडैम में सत्याग्रह कर रही थी.
- महिलाओं ने आरोप लगाया कि गांव के ही कुछ अराजकतत्वों ने उनसे अभद्रता और गाली गलौज की.
- मौके पर पहुंची पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में भी लिया, जिनके पास से असलहे भी बरामद हुए.
- महिलाओं ने डीएम पर भी आरोप लगाया कि पूर्व में जब पूरे मामले को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया तो उन्होंने भी महिलाओं से बदसलूकी की और उनकी बात नहीं सुनी.
- इस बाबत मंगलवार को चिंगारी संगठन के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में महिलाएं जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गई और वहां पर जमकर प्रदर्शन किया साथ ही डीएम के खिलाफ जमकर नारे लगाए.
लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बुलाकर चेकडैम के निर्माण की जांच करने साथ ही मजदूरों की मजदूरी भुगतान करने के लिए कहा गया है, और एक या दो दिन के अंदर महिलाओं की मांगों को पूरा कर दिया जाएगा, साथ ही चेकडैम की जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी उस हिसाब से कार्रवाई भी की जाएगी.
- हरिश्चन्द्र वर्मा, सीडीओ