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कंधे पर मरीज और स्टेचर में सामान, अजीब हैं इस अस्पताल की दास्तान...

उत्तर प्रदेश के बांदा जिला अस्पताल में मरीज को स्टेचर नहीं मिला. इस पर मजबूर बाप ने बेटी को कंधे पर उठाकर डॉक्टर के केबिन तक पहुंचाया.

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जिला अस्पताल में नहीं मिला मरीज को स्टेचर.
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Published : Nov 29, 2019, 9:35 AM IST

बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा का जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में रहता है. कभी यहां डॉक्टर मरीजों को पीट देतें हैं तो कभी मरीज डॉक्टर को. लेकिन जो आज जिला अस्पताल में देखने को मिला वह विचलित करने वाला है. एक असहाय बाप अपनी बेटी को स्टेचर न मिलने की वजह से अपने कंधों पर लेकर इलाज के लिए भटक रहा था.

जिला अस्पताल में नहीं मिला मरीज को स्टेचर.

कंधे पर लेकर पहुंचा डॉक्टर के पास
बता दें कि गुरुवार को बांदा जिला अस्पताल परिसर में बने ट्रॉमा सेंटर में बिसंडा गांव के रहने वाले तुलसीदास अपनी बेटी को लेकर इलाज के लिए पहुंचे थे. जब यहां उन्हें स्टेचर नहीं दिया गया तो मजबूर बाप ने अपनी बेटी को कंधे पर उठाकर डॉक्टर के केबिन तक पहुंचाया.

खून के बदले मांगे 20 हजार रुपये
तुलसीदास का आरोप है कि उनकी बेटी को ब्लड की जरूरत है. जिसको लेकर अस्पताल के स्टॉफ ने उनसे खून के बदले 20 हजार रुपये की मांग की. जब इसकी शिकायत सीएमएस डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा से की गई तो वह पीड़ित के पास पहुंचे और मामले में दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की भी बात कही.

सीएमएस ने कही जांच की बात
पूरे मामले को लेकर सीएमएस डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा ने बताया कि अगर उन्हें ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो वे मामले में जांच कर कार्रवाई करेंगे. हमारे यहां ब्लड की कमी नहीं है. उपलब्धता के आधार पर नि:शुल्क ब्लड दिया जाता है.

इसे भी पढ़ें- रेलवे की लापरवाही से युवती की मौत, स्ट्रेचर न मिलने पर चादर में लपेट एंबुलेंस तक पहुंचाया

बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा का जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में रहता है. कभी यहां डॉक्टर मरीजों को पीट देतें हैं तो कभी मरीज डॉक्टर को. लेकिन जो आज जिला अस्पताल में देखने को मिला वह विचलित करने वाला है. एक असहाय बाप अपनी बेटी को स्टेचर न मिलने की वजह से अपने कंधों पर लेकर इलाज के लिए भटक रहा था.

जिला अस्पताल में नहीं मिला मरीज को स्टेचर.

कंधे पर लेकर पहुंचा डॉक्टर के पास
बता दें कि गुरुवार को बांदा जिला अस्पताल परिसर में बने ट्रॉमा सेंटर में बिसंडा गांव के रहने वाले तुलसीदास अपनी बेटी को लेकर इलाज के लिए पहुंचे थे. जब यहां उन्हें स्टेचर नहीं दिया गया तो मजबूर बाप ने अपनी बेटी को कंधे पर उठाकर डॉक्टर के केबिन तक पहुंचाया.

खून के बदले मांगे 20 हजार रुपये
तुलसीदास का आरोप है कि उनकी बेटी को ब्लड की जरूरत है. जिसको लेकर अस्पताल के स्टॉफ ने उनसे खून के बदले 20 हजार रुपये की मांग की. जब इसकी शिकायत सीएमएस डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा से की गई तो वह पीड़ित के पास पहुंचे और मामले में दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की भी बात कही.

सीएमएस ने कही जांच की बात
पूरे मामले को लेकर सीएमएस डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा ने बताया कि अगर उन्हें ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो वे मामले में जांच कर कार्रवाई करेंगे. हमारे यहां ब्लड की कमी नहीं है. उपलब्धता के आधार पर नि:शुल्क ब्लड दिया जाता है.

इसे भी पढ़ें- रेलवे की लापरवाही से युवती की मौत, स्ट्रेचर न मिलने पर चादर में लपेट एंबुलेंस तक पहुंचाया

Intro:SLUG- कंधे पर मरीज, स्टेचर में सामान, अजीब हैं इस अस्पताल की दास्तान
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 28.11.19
ANCHOR- बांदा जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में रहता है । कभी यहां डाक्टर मरीजों को पीट देतें हैं तो कभी मरीज डाक्टर को, तो कभी मरीजो में आपस मे मारपीट हो जाती है। तो वहीं यहां पर मरीजों जो बेहतर इलाज ना मिल पाने को लेकर भी आए दिन उच्चाधिकारियों से शिकायतें होती रहती हैं। एक ऐसा ही मामला आज भी आया है जहां पर एक बेबस पिता अपनी बेटी को कंधे पर टांगे अस्पताल में घूमता रहा और उसे स्टेचर तक नहीं मिली। वहीं इलाज के लिए आरोप है कि चिकित्सकों ने उससे 20 हजार रुपये की भी मांग की। यही नहीं मरीजों को दी जाने वाली स्टेचर में यहां पर सामान ढोया जाता है और आज जहां एक तरफ मरीज को स्ट्रेचर नहीं दी गई वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य कर्मी स्टेचर में सामान ढोते नजर आए। हालांकि मामले की जानकारी मिलने पर सीएमएस ने जांच करने की बात कही है।Body:वीओ- आपको बता दें कि आज बांदा जिला अस्पताल परिसर में बने ट्रामा सेंटर में बिसंडा गांव के रहने वाले तुलसीदास अपनी बेटी को लेकर पहुंचे थे । जहां पर उन्हें स्टेचर तक नहीं दी गई और मजबूरन उन्हें अपनी बेटी को कंधे पर उठाकर डॉक्टर के केबिन तक लाना पड़ा । यही नहीं तुलसीदास का आरोप है कि उनकी बेटी को ब्लड की जरूरत है जिसको लेकर अस्पताल के ही स्टाफ ने उनसे खून के बदले 20 हजार रुपये की मांग की। हालांकि जब इसकी शिकायत सीएमएस डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा से की गई तो वह पीड़ित के पास पहुंचे और मामले में दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की भी बात कही।

Conclusion:वीओ- पूरे मामले को लेकर सीएमएस डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा ने बताया कि अगर उन्हें ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो वे मामले में जांच कर कार्यवाही जरूर करेंगे हमारे यहां ब्लड की कमी नहीं है उपलब्धता के आधार पर निशुल्क ब्लड दिया जाता है।

बाइट: तुलसीदास, तीमारदार
बाइट: डॉ. सम्पूर्णानंद मिश्रा, सीएमएस

ANAND TIWARI
BANDA
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