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बांदाः अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए एक और योजना, लोगों को भी मिल सकेगा रोजगार - goshala news of banda

उत्तर प्रदेश के बांदा में अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए सरकार तमाम कार्य कर रही है. सरकार ने जहां इनकी रोकथाम के लिए गौ संरक्षण केंद्र बनवाएं तो वहीं गौआश्रय केंद्र भी बनवाए. अब सरकार किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलाने के लिए अस्थाई गौशाला बनाने जा रही है.

अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए एक और योजना.
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Published : Jul 27, 2019, 9:34 AM IST

Updated : Jul 27, 2019, 3:01 PM IST

बांदा: जिले में अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए सरकार तमाम काम कर रही है. अब सरकार जिले के किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलाने के लिए अस्थाई गौशाला बनाने जा रही है. इससे अन्ना जानवरों से लोगों को छुटकारा मिलने की उम्मीद है तो वहीं इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए एक और योजना.

क्या है पूरा मामला-

  • सरकार जिले में अन्ना प्रथा उंमूलन के लिए तमाम कार्य कर रही है.
  • सरकार अन्ना जानवरों की रोकथाम के लिए अस्थाई गौशाला बनाने की बात कही है.
  • सरकार द्वारा यह कहा गया है कि अब एक गाय के संरक्षण करने पर 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाएगा.
  • सरकार के इस योजना से लोग गायों को आवारा न छोड़कर इन्हें घर में बांधेंगे.
  • सरकार पशुपालन विभाग को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना के बारे में बताई है.

वहीं बांदा के लोगों का कहना है कि सरकार का यह कदम सराहनीय है, लेकिन 30 रुपये कम है क्योंकि एक जानवर पर प्रतिदिन 50 रुपये तक का खर्च आता है. अगर सरकार 30 रुपये से बढ़ाकर 50 या 60 रुपये कर दे तो यह बेहतर होगा.

सरकार द्वारा यह जानकारी मिली है कि अस्थाई गौशालाओं के माध्यम से अन्ना प्रथा पर रोक लगाई जाएगी. इसमें बताया गया है कि प्रति गाय प्रतिदिन के हिसाब से 30 रुपये दिया जाना है और एक पशुपालक को अधिकतम 5 गायें दी जाएंगी, जिसके बदले पशुपालक से एफिडेविट लिया जाएगा, जिसमें यह बात लिखी जाएगी कि पशुपालक अपनी गायों को न तो आवारा छोड़ेंगे और न ही किसी दूसरे को देंगे.
-डॉ. राजीव धीर, उपमुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी

बांदा: जिले में अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए सरकार तमाम काम कर रही है. अब सरकार जिले के किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलाने के लिए अस्थाई गौशाला बनाने जा रही है. इससे अन्ना जानवरों से लोगों को छुटकारा मिलने की उम्मीद है तो वहीं इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए एक और योजना.

क्या है पूरा मामला-

  • सरकार जिले में अन्ना प्रथा उंमूलन के लिए तमाम कार्य कर रही है.
  • सरकार अन्ना जानवरों की रोकथाम के लिए अस्थाई गौशाला बनाने की बात कही है.
  • सरकार द्वारा यह कहा गया है कि अब एक गाय के संरक्षण करने पर 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाएगा.
  • सरकार के इस योजना से लोग गायों को आवारा न छोड़कर इन्हें घर में बांधेंगे.
  • सरकार पशुपालन विभाग को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना के बारे में बताई है.

वहीं बांदा के लोगों का कहना है कि सरकार का यह कदम सराहनीय है, लेकिन 30 रुपये कम है क्योंकि एक जानवर पर प्रतिदिन 50 रुपये तक का खर्च आता है. अगर सरकार 30 रुपये से बढ़ाकर 50 या 60 रुपये कर दे तो यह बेहतर होगा.

सरकार द्वारा यह जानकारी मिली है कि अस्थाई गौशालाओं के माध्यम से अन्ना प्रथा पर रोक लगाई जाएगी. इसमें बताया गया है कि प्रति गाय प्रतिदिन के हिसाब से 30 रुपये दिया जाना है और एक पशुपालक को अधिकतम 5 गायें दी जाएंगी, जिसके बदले पशुपालक से एफिडेविट लिया जाएगा, जिसमें यह बात लिखी जाएगी कि पशुपालक अपनी गायों को न तो आवारा छोड़ेंगे और न ही किसी दूसरे को देंगे.
-डॉ. राजीव धीर, उपमुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी

Intro:SLUG- अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए एक और योजना, लोगों को भी मिल सकेगा रोजगार
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 26.07.19
ANCHOR- बुंदेलखंड में अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए सरकार तमाम काम कर रही है । सरकार ने जहां इनकी रोकथाम के लिए गौ संरक्षण केंद्र बनवाएं तो वही गो आश्रय केंद्र भी बनवाए। अब सरकार बुंदेलखंड की किसानों को अन्ना जानवरों से निजात दिलाने के लिए अस्थाई गौशाला में बनाने जा रही है। जिसमें जहां अन्ना जानवरों से लोगों को छुटकारा मिलने की उम्मीद है तो वहीं इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा । सरकार अब प्रति गाय प्रतिदिन के हिसाब से ₹30 देने जा रही है । जिससे लोग इन गायों को आवारा ना छोड़घर में बांध लेंगे और उम्मीद है कि अगर इस योजना का ठीक से क्रियान्वयन होता है तो अन्ना जानवरों से बुंदेलखंड के किसानों को निजात जरूर मिलेगी ।


Body:वीओ- आपको पता नहीं क्या अभी कुछ दिन पहले सरकार ने बुंदेलखंड में अन्ना जानवरों की रोकथाम के लिए अस्थाई गौशाला बनाने की बात कही है जिसमें सरकार द्वारा यह कहा गया है कि अब एक गाय के संरक्षण करने पर ₹30 प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाएगा । जिससे लोग गायों को आवारा ना छोड़ कर इन्हें घर में बांधेंगे । जिसको लेकर सरकार द्वारा पशुपालन विभाग को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना के बारे में बताया गया है ।


Conclusion:वीओ- वही बुंदेलखंड के लोगों का कहना है कि सरकार का यह कदम सराहनीय है लेकिन ₹30 कम है क्योंकि एक जानवर पर प्रतिदिन ₹50 तक का खर्च आता है अगर सरकार ₹30 से बढ़ाकर 50 या ₹60 कर दे तो यह बेहतर होगा ।

वीओ- पूरे मामले को लेकर उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव धीर ने बताया कि सरकार द्वारा यह जानकारी मिली है कि अस्थाई गौशालाओं के माध्यम से अन्ना प्रथा पर रोक लगाई जाएगी। इसमें बताया गया है कि प्रति गाय प्रतिदिन के हिसाब से ₹30 दिया जाना है और एक पशुपालक को अधिकतम 5 गायें दी जाएंगी। जिसके बदले पशुपालक से एफिडेविट लिया जाएगा जिसमें यह बात लिखी जाएगी कि पशुपालक अपनी गायों को ना तो आवारा छोड़ेगा और ना ही किसी दूसरे को देगा ।

बाइट: अमर, किसान
बाइट: पवन, किसान
बाइट: राजकुमार, किसान
बाइट: डॉ राजीव धीर, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी

ANAND TIWARI
BANDA
9795000076
Last Updated : Jul 27, 2019, 3:01 PM IST
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