बांदा: बांदा जेल लाने के बाद मुख्तार अंसारी को 16 नंबर बैरक में रखा गया है. मुख्तार अंसारी का स्वास्थ्य परीक्षण डॉक्टरों की 4 सदस्यीय टीम ने किया. इसके बाद उसकी कोविड-19 की जांच की गई. मुख्तार अंसारी की एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसके बाद अन्य जांच के लिए उसके ब्लड का सैंपल भी लिया गया है. इसकी रिपोर्ट के आने का इंतजार है. जानकारी मिली है कि मुख्तार अंसारी 6 दिन तक 16 नम्बर बैरक में रहेगा. उसके बाद मुख्तार को 15 नम्बर बैरक में शिफ्ट कर दिया जाएगा. अब 24 घंटे मुख्तार की बैरक पर सीसीटीवी की नजर रहेगी. बांदा जिला जेल की निगरानी पहली बार ड्रोन कैमरे से होगी. मुख्तार के आस-पास जाने वाला हर जेलकर्मी बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस होगा.
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क्या है तन्हाई बैरक ?
जेल के सूत्र बताते हैं कि 15 और 16 नम्बर की बैरक, तन्हाई बैरक है. कारण यह है कि ये दोनों बैरक एकदम अलग हैं. इनके आस-पास सिर्फ सन्नाटा ही सन्नाटा रहता है. इन बैरकों की दीवारों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से मुख्तार अंसारी की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी. यही नहीं इन कैमरों की मॉनिटरिंग सीधे लखनऊ से होगी. इस बात की भी जानकारी मिली है.
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फिलहाल मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में तन्हाइयों में ही रहना पड़ेगा, क्योंकि इससे पहले जब मुख्तार अंसारी बांदा जेल में था, तो यह खबरें सामने आती रहती थी कि यहां पर उसके लिए सारी सुविधाएं हैं, लेकिन आज के हालात अलग हैं.
खानी होगी जेल की रोटी
अब मुख्तार को बिरयानी की जगह बांदा जेल की रोटी खानी होगी. बांदा जेल में मुख्तार का काउंटडाउन शुरू हो गया है. सुबह 6 बजे जेल खुलने के बाद उसे 16 नम्बर बैरक काल कोठरी (तन्हाई बैरक) में शिफ्ट किया गया. जेल प्रशासन का कहना है कि मुख्तार को आम बंदी की तरह रखा जाएगा. उसे बाहर का लजीज भोजन (बिरयानी, चिकन) नसीब नहीं होगा. उसे जेल की रोटी खानी होगी. सुबह नाश्ता (चना, ब्रेड, चाय) भी जेल का ही करना होगा.
कभी मुख्तार के बैरक में उसकी लंबाई के बराबर का तख्त रखा जाता था. बिस्तर पर मखमली चादर बिछाई जाती थी. अब उसे फर्श पर ही मामूली दरी पर सोना पड़ेगा. जेल में मुख्तार को सेवा टहल (सजायाफ्ता बंदी) के लिए 3-4 कैदी मिलते थे, जो उसका काम निपटाते थे. ये उसे अब नहीं मिलेंगे. अब उसे खुद अपना काम करना होगा.
बीमार बंदियों को मिलता है दूध-अंडा
जेल मैनुअल के अनुसार, बीमार बंदियों को नाश्ते में दूध और अंडा समेत पौष्टिक आहार मिलता है. डॉक्टरों की सलाह पर उसे ये आहार दिया जा सकता है.
24 घंटे रहेगा सुरक्षाकर्मियों का पहरा
मऊ जिले की सदर विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक अंसारी बांदा जिला जेल की 'तन्हाई' बैरक नंबर 15 में रहेंगे, जहां वह पंजाब की जेल में स्थानांतरित होने से पहले बंद थे. जेल अधिकारियों के अनुरोध पर बांदा जेल में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. बैरक के अंदर 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों का पहरा रहेगा. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अंसारी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर के होटलों और मकानों के किरायेदारों की भी छानबीन की जा रही है.
पहली बार ड्रोन से निगरानी
बांदा जिला जेल की निगरानी पहली बार ड्रोन कैमरे से होगी. 'तन्हाई' बैरक नंबर 15 को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया. यह सीसीटीवी कैमरे लखनऊ जेल मुख्यालय से कनेक्ट रहेंगे. लिहाजा मुख्तार की बैरक की निगरानी जेल मुख्यालय से भी होती रहेगी. तन्हाई बैरक में मुख्तार पहले भी था, लेकिन इस बार मुख्तार के आस-पास कोई भी जाना पहचाना चेहरा नहीं होगा. इसीलिए बांदा जेल को 30 नए सुरक्षाकर्मी दिए हैं. नए जेलकर्मी और सुरक्षाकर्मी ही मुख्तार की बैरक के आस-पास तैनात रहेंगे. बांदा जेल को 5 बॉडी वॉर्न कैमरा दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार के आस-पास जाने वाले हर जेल कर्मी के पास बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस रहेगा, ताकि उसके और मुख्तार के बीच हुई बातचीत और व्यवहार की रिकॉर्डिंग हो सके. जेल की निगरानी के लिए एक ड्रोन कैमरा भी लखनऊ से भेजा गया है.