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बांदा: केन और यमुना खतरे के निशान के ऊपर, हजारों लोग बेघर

उत्तर प्रदेश के बांदा में यमुना और केन नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं, जिससे सैकड़ों गांवों में हजारों लोग बेघर हो गए हैं. लोग अपना घर छोड़कर ऊंचाई वाले इलाकों में रहने को मजबूर हैं.

नदियों ने लिया रौद्र रूप.
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Published : Sep 21, 2019, 7:36 AM IST

बांदा: जनपद में नदियों ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आलम यह है कि नदियों में आई बाढ़ से अब तक सैकड़ों गांवों में पानी भर चुका है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं. वही बाढ़ को लेकर लोगों ने भी प्रशासन पर गंभीर न होने का आरोप लगाया है और कहा है कि अब तक प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है.

नदियों ने लिया रौद्र रूप.

नदियों ने लिया रौद्र रूप

  • केन नदी और यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
  • इसके चलते पैलानी, जसपुरा, चिल्ला, मरका और बेंदा इलाके के सैकड़ों गांव में पानी बाहर गया है.
  • हजारों लोग अपना घर छोड़कर ऊंचाई वाले इलाकों में रहने को मजबूर हैं.
  • कई जगह तो पेड़ों पर लोग खाने पीने का सामान रखते हुए दिखाई दिए हैं.
  • वहीं कई लोग ऊंचाई पर टापू में टेंट लगाकर रहने को मजबूर हैं.
  • वहीं लोगों ने जिला प्रशासन पर भी उनकी सुध न लेने का आरोप लगाया है.
  • उनका कहना है कि पिछले एक हफ्ते से बाढ़ के चलते लोग परेशान हैं और प्रशासन ने अब तक उनकी सुध नहीं ली है.


नदियों में बाढ़ आने से कई गांव प्रभावित हुए हैं, जिसको लेकर प्रशासन इंतजाम कर रहा है और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
-हीरालाल, डीएम

बांदा: जनपद में नदियों ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आलम यह है कि नदियों में आई बाढ़ से अब तक सैकड़ों गांवों में पानी भर चुका है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं. वही बाढ़ को लेकर लोगों ने भी प्रशासन पर गंभीर न होने का आरोप लगाया है और कहा है कि अब तक प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है.

नदियों ने लिया रौद्र रूप.

नदियों ने लिया रौद्र रूप

  • केन नदी और यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
  • इसके चलते पैलानी, जसपुरा, चिल्ला, मरका और बेंदा इलाके के सैकड़ों गांव में पानी बाहर गया है.
  • हजारों लोग अपना घर छोड़कर ऊंचाई वाले इलाकों में रहने को मजबूर हैं.
  • कई जगह तो पेड़ों पर लोग खाने पीने का सामान रखते हुए दिखाई दिए हैं.
  • वहीं कई लोग ऊंचाई पर टापू में टेंट लगाकर रहने को मजबूर हैं.
  • वहीं लोगों ने जिला प्रशासन पर भी उनकी सुध न लेने का आरोप लगाया है.
  • उनका कहना है कि पिछले एक हफ्ते से बाढ़ के चलते लोग परेशान हैं और प्रशासन ने अब तक उनकी सुध नहीं ली है.


नदियों में बाढ़ आने से कई गांव प्रभावित हुए हैं, जिसको लेकर प्रशासन इंतजाम कर रहा है और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
-हीरालाल, डीएम

Intro:SLUG- बुंदेलखंड के बांदा में भी जल प्रलय, हजारों लोग हुए बेघर
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 20-09-19
ANCHOR- बुंदेलखंड के बांदा में भी नदियों ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है आलम यह है कि नदियों में बाढ़ से अब तक सैकड़ों गांव में पानी भाग चुका है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं । वही बाढ़ को लेकर लोगों ने भी प्रशासन पर गंभीर ना होने का आरोप लगाया है और कहा है कि अब तक प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है ।
Body:
वीओ- आपको बता दें कि बुंदेलखंड के बांदा में केन नदी और यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसके चलते पैलानी, जसपुरा, चिल्ला, मरका और बेंदा इलाके के सैकड़ों गांव में पानी बाहर गया है और हजारों लोग अपना घर छोड़ ऊंचाई वाले इलाकों में रहने को मजबूर हैं। कई जगह तो पेड़ों पर लोग खाने पीने का सामान रखते हुए दिखाई दिए हैं । वही कई लोग ऊंचाई पर टापू में टेंट लगाकर रहने को मजबूर हैं । लोगों ने जिला प्रशासन पर भी उनकी सुध न लेने का आरोप लगाया है और कहा है कि पिछले 1 हफ्ते से बाढ़ के चलते लोग परेशान हैं और प्रशासन ने अब तक उनकी सुध नहीं ली है।
Conclusion:
वीओ- बाढ़ से परेशान लोगों ने बताया कि पिछले 1 हफ्ते से वह लोग परेशान है लेकिन कोई भी प्रशासन के अधिकारी उन तक नहीं पहुंचा है जिसके चलते वह परेशान है ।

पूरे मामले पर जिलाधिकारी हीरालाल ने भी बताया कि नदियों में बाढ़ आने से कई गांव प्रभावित हुए हैं जिसको लेकर प्रशासन इंतजाम कर रहा है और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

बाइट: बच्चा, ग्रामीण
बाइट: श्यामबाबू, ग्रामीण
बाइट: उमा, ग्रामीण
बाइट: माया, ग्रामीण
बाइट: हीरालाल, डीएम

Anand tiwari
Banda
9795000076
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