बांदाः जिले में तमाम ऐसे राजकीय विद्यालय हैं, जो अंग्रेजों के बनवाए हुए हैं और इनकी बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. इनकी बिल्डिंग कभी भी जमींदोज हो सकती है. शनिवार को शहर में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में ऐसी ही दुर्घटना घटी, यहां की एक बिल्डिंग अचानक गिर गई. गनीमत रही कि लॉकडाउन के चलते इस समय विद्यालयों में किसी भी तरह का न तो कोई शिक्षण कार्य किया जा रहा है और न ही प्रवेश की कोई प्रक्रिया की जा रही है. यानी कि इस लॉकडाउन ने एक बहुत बड़ी घटना होने से बचा लिया. फिलहाल राजकीय इंटर कॉलेज के प्रबंधन के लोग इस घटना के बाद डरे हुए हैं. उन्हें डर है कि कभी शिक्षण कार्य के समय अगर कोई बिल्डिंग गिर जाएगी तो बहुत बड़ी घटना हो जाएगी.
कमरा हुआ जमींदोज
दरअसल, शनिवार सुबह शहर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज की एक बिल्डिंग अचानक धरासाई हो गई. विद्यालय में उस समय केवल चपरासी और सफाईकर्मी ही थे और वह भी दूसरी बिल्डिंग में थे. दुर्घटना के बाद मौजूद कर्मचारियों ने विद्यालय प्रबंधन को सूचना दी. स्कूल के प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षक मौके पर पहुंचे तो देखा कि बिल्डिंग का कमरा नम्बर 12 पूरी तरह धरासाई हो गया है और सभी मेज-कुर्सियां और बेंच पूरी तरह मलबे में दब गई हैं. इन लोगों ने भी यह देखकर राहत की सांस ली कि कई लोगों की जान लॉकडाउन ने बचा ली अन्यथा बड़ी दुर्घटना घटना हो सकती थी.
पत्र लिखने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही
स्कूल प्रबंधन ने बताया कि यह स्कूल अंग्रेजों का बनवाया हुआ है और इसका निर्माण लगभग सन् 1874 में हुआ था. लगभग 20 साल पहले एक बार इसमें कुछ जगह मरम्मत कराई गई थी, लेकिन तब से लेकर आज तक किसी भी तरह का कोई कार्य यहां नहीं हुआ है. यह स्कूल लगभग 90 प्रतिशत तक पूरी तरह गिरने की कगार पर है. इसके पहले भी कई बार अधिकारियों और शासन को पत्र लिखे गए, लेकिन कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई.
विद्यालय परिवार डर के साए में
विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि गनीमत रही कि लॉकडाउन के चलते इस समय भर्तियों और शिक्षण का कार्य बन्द है तो कोई बड़ी घटना नहीं हुई वरना यहां पर इस महीने में हर साल सैकड़ों बच्चे रहते हैं. अगर ऐसी स्थित में यह बिल्डिंग गिर जाती तो बहुत बड़ी घटना हो जाती. आज यहां जो बिल्डिंग गिरी है वह दूसरी बिल्डिंग की तुलना में अच्छी थी. जिससे अब हम सब लोगों को डर है कि कभी भी विद्यालय धरासाई हो सकता है और बड़ी घटना हो सकती है.