बांदा : पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की वजह से लगातार सुर्खियों में आने वाली बांदा जेल एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन अचानक बांदा जेल का निरीक्षण करने पहुंचे, तो समय से जेल का दरवाजा नहीं खोला गया. इस मामले में एक डिप्टी जेलर और 4 अन्य जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबन की वजह डीएम व एसपी के निरीक्षण के समय सहयोग न करना बताया जा रहा है.
जेल कर्मियों पर कार्रवाई के बाद डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बुधवार को बांदा जेल का निरीक्षण किया. हालांकि निरीक्षण के दौरान किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है. डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने इस बात की जानकारी दी है. डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि जेल के निरीक्षण के दौरान किसी भी तरह का बाहर से लाया गया खाना या कोई अन्य आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है. निरीक्षण के लिए गए डीएम और एसपी को कुछ मिनट ही जेल के दरवाजे पर रुकना पड़ा था. जेल का दरवाजा देर से खोलने की वजह मुख्य द्वार की चाबियों का देर से आना है. डीआईजी जेल के मुताबिक अगर कोई और तथ्य सामने आते हैं, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि बांदा जेल में पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बंद हैं. मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर बांदा जेल पर शासन और प्रशासन की खास नजरें रहती हैं. मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी ने भी पूर्व में कई बार जेल प्रबंधन व जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे.
ये है पूरा मामला :
बीते सोमवार की रात लगभग 9 बजे बांदा डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन जेल का अचानक निरीक्षण करने पहुंचे थे. निरीक्षण करने पहुचे डीएम और एसपी को जेल के मुख्य द्वार उन्हें कुछ देर तक इंतजार करना पड़ा था. जब जेल का दरवाजा खोला गया, तो डीएम व एसपी ने पूरे जेल का निरीक्षण किया.
डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन ने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की बैरक का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मुख्तार की बैरक में आम मिले थे. इसके बाद जिलाधिकारी और एसपी ने निरीक्षण की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी. निरीक्षण रिपोर्ट शासन को भेजे जाने के बाद डिप्टी जेलर वीरेश्वर सिंह और 4 जेल कर्मियों के निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया. इस मामले को लेकर बुधवार डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी ने जेल का निरीक्षण किया.
इसे पढ़ें- मुख्तार अंसारी को खास सुविधाएं देने का आरोप, बांदा में डिप्टी जेलर सस्पेंड