बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिला अस्पताल में शुक्रवार को आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से काम कर रहे संविदाकर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया. कई महीनों से वेतन न दिए जाने और बिना बताए सेवाएं समाप्त किए जाने के विरोध में संविदाकर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया. इसके साथ ही इन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से रुके हुए वेतन और नौकरी में रखने की मांग की है. इस पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि इन्हें कई महीने से वेतन नहीं दिया गया है. साथ ही बिना बताए इनकी सेवाएं भी समाप्त कर दी गई है जो गलत है.
संविदाकर्मियों ने किया प्रदर्शन-
प्रदर्शन कर रहे संविदाकर्मियों ने बताया कि वह यहां पर कई महीनों से काम कर रहे हैं. उनकी नियुक्ति यहां आउटसोर्सिंग कंपनी अवनी परिधि के माध्यम से हुई थी. उनका लगभग दस-दस महीने का वेतन रुका हुआ है. कई बार अधिकारियों से इस मामले की जानकारी ली गई तो उन्होंने जल्द वेतन दिए जाने का आश्वासन दिया लेकिन इन्हें वेतन नहीं मिला. इसके साथ ही अब बिना बताए ही सेवाएं भी यहां से समाप्त कर दी गई है. अन्य जनपदों में कार्यरत लोगों को सही समय पर वेतन दिया जा रहा है मगर यहां पर लोगों को वेतन नहीं दिया जा रहा.
सभी लोगों की नियुक्ति आउटसोर्सिंग कंपनी अवनी परिधि के माध्यम से हुई थी और शासन ने उनका टेंडर खत्म कर दिया है. इसके चलते इनकी सेवाएं समाप्त हुई है. इसमें जिला अस्पताल का कोई हस्तक्षेप नहीं है. रही बात वेतन की तो इनके वेतन के लिए इनकी अटेंडेंस को संबंधित कंपनी को भेज दिया गया है. वहां से कंपनी शासन को रिपोर्ट भेजेगी. उसके बाद हमारे पास पैसा आएगा. तब जाकर इनका वेतन दिया जा सकेगा.
डॉ. किशोरीलाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक