बांदा: दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के समापन समारोह में शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह भी पहुंचे. उन्होंने बुंदेलखंड की समस्याओं को सुना और उस पर यहां आए हुए वैज्ञानिकों और अधिकारियों से चर्चा की. साथ ही उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को लेकर भारत सरकार और प्रदेश सरकार बहुत संवेदनशील है. यहां का तेजी से विकास हो, इसको लेकर कई काम किए जा रहे हैं.
बांदा की कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बुंदेलखंड विकास बोर्ड द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार था, जहां शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह भी पहुंचे. जिन्होंने समापन समारोह में हिस्सा लिया. समापन समारोह में कई मंत्रियों ने भी शिरकत की और कई विभागों के प्रमुख सचिव भी शामिल हुए. जिन्होंने बुंदेलखंड का कैसे विकास हो, इसको लेकर मंथन किया.
जानें प्रभारी मंत्री ने क्या कहा
प्रभारी मंत्री ने कहा कि यहां राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का सेमिनार हुआ है. जहां विदेशों से भी वैज्ञानिक शामिल हुए हैं, जिन्होंने बुंदेलखंड और यहां की समस्याओं पर मंथन किया है. किस तरह से उनका निराकरण हो, इस पर चर्चा की है. बुंदेलखंड को और किस तरह से विकसित किया जाए, इस पर भी चर्चा हुई है और इसका क्रियान्वयन भी होगा.
प्रभारी मंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड को लेकर मुख्यमंत्री भी काफी गंभीर हैं. यहां का विकास हो, इसको लेकर बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन किया है, जिससे बुंदेलखंड का विकास हो सके. हमारी सरकार ने बुंदेलखंड के विकास को लेकर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और डिफेंस कॉरिडोर दिया है, जिसकी शुरुआत भी हो गई है. इससे यहां लगभग ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
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उन्होंने कहा कि पानी की समस्या को लेकर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार चिंतित है. इसको लेकर घर-घर नल से पानी देने के लिए काम किया जा रहा है और जल्द ही लोगों को उनके घर में पानी मिलेगा. योजनाओं के धरातल तक पहुंचाने में पूर्ववर्ती सरकारों में हुए भ्रष्टाचारों की शिकायतों को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में सब डिजटल व्यवस्था है. यहां पर जो भी चीजें जनता के लिए आती हैं वह सीधे जनता तक पहुंचती है.