ETV Bharat / state

बांदा: भारतीय किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन - बांदा में भारतीय किसान संघ का धरना प्रदर्शन

प्रदेश के बांदा जिले में भारतीय किसान संघ के बैनर तले कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उर्वरक, कीटनाशक पर रोक लगाई जाए. साथ ही इन सब चीजों के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाए.

भारतीय किसान संघ का धरना प्रदर्शन.
author img

By

Published : Aug 9, 2019, 6:02 PM IST

बांदा: जनपद में शुक्रवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले लोगों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. साथ ही प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. प्रदर्शन कर रहे लोगों कि मांग है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उर्वरक, कीटनाशक और बीज पर रोक लगाई जाए. साथ ही इन सब चीजों को बनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाए.

भारतीय किसान संघ का धरना प्रदर्शन.

डीएम कार्यालय में भारतीय किसान संघ के बैनर तले दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे, जिन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से लोगों ने प्रधानमंत्री से यह मांग की है कि आधुनिक विज्ञान के नाम पर कृषि में नई-नई तकनीकी और पद्धतियों से पर्यावरण परिस्थिति और जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गए हैं.

रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि हो रही बंजर
कृषि में जैविक खाद के नाम पर रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि बंजर हो गई है. प्रकृति में स्व संचालित जैविक उर्वरता संवर्धन और क्रीट नियंत्रण में सहयोगी कीट और सूक्ष्मजीव कम होते चले गए हैं. इसलिए किसानों को बीज उर्वरक और कीटनाशक बनाने के लिए प्रशिक्षण देना चाहिए, जिससे खेती की लागत में कमी आएगी और किसानों को फायदा होगा.

किसानों की जो बेहतर स्थिती होनी चाहिए वो नहीं है. कैमिकल का इतना प्रभाव बढ़ता जा रहा है कि उस कैमिकल के प्रभाव को कम करने के लिए किसान जैविक खेती करने को तैयार है. बशर्ते जैविक खेती करने के लिए किसानों को सुविधाएं चाहिए.
-कमलेश सिंह, जिलामंत्री, भारतीय किसान संघ

किसानों के साथ जो छलावा हो रहा है उसे ख्तम किया जाए. किसानों को स्वयं बीज भंडारण या बीज संरक्षण की ट्रेनिंग दी जाए.
-आरएन सिंह, सहमंत्री, भारतीय किसान संघ

बांदा: जनपद में शुक्रवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले लोगों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. साथ ही प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. प्रदर्शन कर रहे लोगों कि मांग है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उर्वरक, कीटनाशक और बीज पर रोक लगाई जाए. साथ ही इन सब चीजों को बनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाए.

भारतीय किसान संघ का धरना प्रदर्शन.

डीएम कार्यालय में भारतीय किसान संघ के बैनर तले दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे, जिन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से लोगों ने प्रधानमंत्री से यह मांग की है कि आधुनिक विज्ञान के नाम पर कृषि में नई-नई तकनीकी और पद्धतियों से पर्यावरण परिस्थिति और जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गए हैं.

रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि हो रही बंजर
कृषि में जैविक खाद के नाम पर रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि बंजर हो गई है. प्रकृति में स्व संचालित जैविक उर्वरता संवर्धन और क्रीट नियंत्रण में सहयोगी कीट और सूक्ष्मजीव कम होते चले गए हैं. इसलिए किसानों को बीज उर्वरक और कीटनाशक बनाने के लिए प्रशिक्षण देना चाहिए, जिससे खेती की लागत में कमी आएगी और किसानों को फायदा होगा.

किसानों की जो बेहतर स्थिती होनी चाहिए वो नहीं है. कैमिकल का इतना प्रभाव बढ़ता जा रहा है कि उस कैमिकल के प्रभाव को कम करने के लिए किसान जैविक खेती करने को तैयार है. बशर्ते जैविक खेती करने के लिए किसानों को सुविधाएं चाहिए.
-कमलेश सिंह, जिलामंत्री, भारतीय किसान संघ

किसानों के साथ जो छलावा हो रहा है उसे ख्तम किया जाए. किसानों को स्वयं बीज भंडारण या बीज संरक्षण की ट्रेनिंग दी जाए.
-आरएन सिंह, सहमंत्री, भारतीय किसान संघ

Intro:SLUG- भारतीय किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 09.08.19
ANCHOR- बांदा में आज भारतीय किसान संघ के बैनर तले लोगों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा । प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी की बीज, उर्वरक और कीटनाशक इन्हें बहुराष्ट्रीय कंपनियों के द्वारा बेचा जाता है जिससे किसानों के साथ छलावा हो रहा है । जहां एक तरफ इससे किसानों की जेब पर डाका डाला जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इससे उत्पादन भी कम हो रहा है तो वही उर्वरकों के प्रयोग से जमीन भी खराब हो रही है। इसलिए इस पर रोक लगाते हुए किसानों को ही बीज, उर्वरक और कीटनाशक बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाए जिससे किसानों को फायदा होगा ।


Body:वीओ- आपको बता दें कि आज जिलाधिकारी कार्यालय में भारतीय किसान संघ के बैनर तले दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे जिन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। अपने ज्ञापन के माध्यम से इन्होंने प्रधानमंत्री से यह मांग की है कि आधुनिक विज्ञान के नाम पर कृषि में नई नई तकनीकी व पद्धतियों में आज पर्यावरण परिस्थिति व जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गए हैं । कृषि में जैविक खाद के नाम पर रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि बंजर हो गई है और प्रकृति में स्व संचालित जैविक उर्वरता संवर्धन व क्रीट नियंत्रण में सहयोगी कीट व सूक्ष्मजीव कम होते चले गए हैं । और आने वाले समय में अगर इसी तरह इन सब चीजों का प्रयोग होता रहा तो जमीन पूरी तरह से बंजर हो जाएगी। इसलिए किसानों को बीज उर्वरक और कीटनाशक बनाने के लिए प्रशिक्षण देना चाहिए जिससे खेती की लागत में कमी आएगी जिससे किसानों को फायदा होगा ।



Conclusion:वीओ- प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि आज उनका यह प्रदेश में व्यापी प्रदर्शन है जो हर जिले हर शहर हर तहसील में हो रहा है। प्रदर्शन के माध्यम से उनकी मांग है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उर्वरक, कीटनाशक और बीज पर रोक लगाई जाए साथ ही इन सब चीजों को बनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाए ।

बाइट: कमलेश सिंह, जिलामंत्री, भारतीय किसान संघ
बाइट: आर.एन. सिंह, सहमंत्री, भारतीय किसान संघ

ANAND TIWARI
BANDA
9795000076
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.