बांदा : दो साल पहले हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. हत्या के आरोप में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, इन लोगों ने कार चोरी की नियत से चालक की गला घोंटकर और कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी थी. उसके बाद शव को यमुना नदी में फेंक दिया था. मृतक युवक प्रयागराज जिले का रहने वाला था, जो यात्रियों को महोबा छोड़ने गया था और वहां से वापस प्रयागराज जा रहा था.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पूरा मामला 26 फरवरी 2019 का है. फतेहपुर पुलिस ने बांदा पुलिस को एक अज्ञात युवक का शव यमुना नदी के किनारे पड़े होने की जानकारी दी थी. बाद में पता चला कि युवक प्रयागराज जिले का रहने वाला योगेंद्र था. वह बांदा से होते हुए कार लेकर महोबा जिला गया था और वहां से वापस प्रयागराज जा रहा था. तभी अज्ञात लोगों ने उसकी हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने तफ्तीश की, लेकिन कुछ ठोस सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगे. समय बीतने के साथ ही यह मामला पुलिस के ठंडे बस्ते में चला गया, लेकिन इस मामले में चित्रकूट रेंज के आईजी ने जब फिर से तफ्तीश करने के निर्देश दिए तो पुलिस ने बांदा जिले के रहने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने बताया कि उन्होंने कार चोरी की नियत से योगेंद्र नाम के युवक की हत्या कर उसके शव को यमुना नदी में फेंक दिया था.
इस तरह वारदात को दिया गया अंजाम
पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि सन 2019 में एक कार चालक किसी यात्री को लेकर महोबा आया हुआ था और वहां से यात्रियों को छोड़कर वापस प्रयागराज की तरफ जा रहा था तभी रास्ते में अचानक वह गायब हो गया था. इस संबंध में थाना सोरांव जनपद प्रयागराज में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस केस की विवेचना बबेरू कोतवाली बांदा में ट्रांसफर हुई थी. इस चालक का नाम योगेंद्र था, जो प्रयागराज के बहेरिया इलाके का रहने वाला था. जब यह यात्रियों को छोड़कर महोबा से वापस प्रयागराज की तरफ चला तो जैसे ही वह बांदा शहर कोतवाली क्षेत्र के कटरा चौराहे पर पहुंचा तो विपिन तिवारी और संजय दुबे नाम के व्यक्तियों ने इसे रोका और प्रयागराज जाने का सुलभ रास्ता बताने की बात कही. सब लोगों ने साथ में शराब पी, जिसके बाद विपिन और संजय की नीयत खराब हो गई. उन्होंने कि योगेंद्र को मारकर गाड़ी छीनने की योजना बनाई.
'तीसरे साथी की ली गई मदद'
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी कार सवार फफूंदी गांव पहुंचे, जहां से विपिन और संजय दुबे अपने एक साथी शीलू को लिया और फिर इनमें से एक व्यक्ति ने गाड़ी चलाने को कहा. तिंदवारी क्षेत्र के बेंदा घाट पहुंचने पर तीनों ने मिलकर योगेंद्र का गला घोंटकर व कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी और उसे यमुना पुल से नीचे फेंक दिया. योगेंद्र का शव यमुना नदी के दूसरी तरफ फतेहपुर जिले के ललौली थाना क्षेत्र में पाया गया था. वहां पर शव का पोस्टमार्टम किया गया. इस मामले की प्रयागराज पुलिस के साथ-साथ बांदा पुलिस भी जांच कर रही थी.
'जीपीएस डाटा ट्रैक कर किया गया खुलासा'
अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि इस मामले में बीच में पुलिस की तरफ से थोड़ी हीलाहवाली की गई, जिससे इस मामले के खुलासे में देरी हुई. लेकिन हमारे आईजी ने फिर से इस मामले की शुरू से विवेचना के निर्देश दिए, जिस पर जीपीएस डाटा ट्रैक कर इस मामले का खुलासा किया गया है. यह घटना 26 फरवरी 2019 की है. जीपीएस के माध्यम से कई सुराख इस केस में फिर से मिले. इस मामले में हमने तिंदवारी थाना क्षेत्र के भुजौली गांव के रहने वाले विपिन तिवारी व बिसंडा थाना क्षेत्र के रहने वाले इसके साथी संजय दुबे व फफूंदी गांव के रहने वाले शीलू नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.