ETV Bharat / state

Banda News: पाकिस्तान की जेल से रिहा हुआ बांदा का बेटा, खुशी में रो पड़े माता-पिता - banda man released from pakistan jail

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले का युवक 12 साल बाद पाकिस्तान की जेल से रिहा हो गया. जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है. राम बहादुर नाम का युवक 12 साल पहले साइकिल लेकर गांव से निकला था और उसके बाद उसका कहीं कोई पता नहीं चला. फिलहाल जेल से रिहा होने के बाद राम बहादुर को अमृतसर में मेडिकल जांच के लिए रखा गया है. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

स्पेशल रिपोर्ट.
स्पेशल रिपोर्ट.
author img

By

Published : Sep 3, 2021, 9:08 AM IST

Updated : Sep 3, 2021, 10:26 AM IST

बांदा: यूपी के बांदा का एक युवक पाकिस्तान की जेल से 12 साल बाद रिहा हो गया. 12 साल पहले काम की तलाश में युवक राम बहादुर घर से बिना बताए निकल गया था. उसके बाद परिजनों ने उसकी बहुत खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला, लेकिन अब 12 साल बाद जैसे ही परिजनों को उसके आने की खबर मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अब परिवार बड़े बेसब्री से उसके आने का इंतजार कर रहे हैं. फिलहाल रामबहादुर अभी अमृतसर में है. जिसे मेडिकल जांच के लिए रखा गया है. पाकिस्तान की जेल में यह किस आरोप में बंद था इसके बारे में तो फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है. लेकिन विदेश मंत्रालय ने पुलिस प्रशासन से जब इस युवक के बारे में जानकारी ली तब इस युवक के बारे में पता चला.

पचोखर गांव के रहने वाले गिल्ला का बड़ा बेटा रामबहादुर 12 साल पहले साइकिल लेकर गांव से निकला था और उसके बाद उसका कहीं कोई पता नहीं चला. मां-पिता ने उसको ढूंढने की हर मुमकिन कोशिश की और जब उसका सुराग कहीं से भी नहीं मिला तो हताश होकर घर बैठ गए.

स्पेशल रिपोर्ट.

बेटे की गुमशुदगी ने मां-बाप को बुरी तरह तोड़ दिया

अपने 30 साल के जवान बेटे की गुमुशुदगी ने मां-बाप को बुरी तरह तोड़ दिया, आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के चलते बांदा के बाहर यह दंपति भाग दौड़ भी न कर सके और अपने बेटे को मृत मान कर दिल पर पत्थर रखकर बैठे गए, लेकिन ऐसी कहावत है कि हर रात के बाद सबेरा होता है और आखिर कार इन बुजुर्ग दंपति का सबेरा आ ही गया. जब पुलिस प्रशासन के लोग तफ्तीश करते हुए उनके गांव पहुंचे और उसके बाद उन्हें राम बहादुर के बारे में बताया. पुलिस ने बताया कि इनका बेटा 12 साल पहले पाकिस्तान पहुंच गया था.

जहां राम बहादुर को 12 साल की कैद हुई थी और वह सजा पूरी होने के बाद पाकिस्तान की आजादी के दिन यानी 14 अगस्त को रिहा करके वाघा बॉर्डर के जरिए भारत के हवाले कर दिया गया. फिलहाल वह अमृतसर में है जिसे मेडिकल जांच के लिए रखा गया है. बेटे को जिंदा पाकर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है और वे बेसब्री से राम बहादुर के आने की राह देख रहे हैं. इन गरीब दंपति को सिर्फ सरकार का ही सराहा है कि कब इनके बेटे को उनके घर तक पहुंचाएं.

विदेश मंत्रालय से मांगी गई थी जानकारी

प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि विदेश मंत्रालय से राम बहादुर के बारे में जानकारी मिली थी. जहां रामबहादुर के निवास की कंफर्मेशन मांगी गई थी. जिसको जांच पूरा कर रिपोर्ट विदेश मंत्रालय को भेज दिया गया है.

इसे भी पढे़ं- पाकिस्तान से 22 साल बाद लौटा प्रहलाद सिंह, जेहन में जिंदा है रावलपिंडी जेल में हुए जुल्म-ओ-सितम की यादें

बांदा: यूपी के बांदा का एक युवक पाकिस्तान की जेल से 12 साल बाद रिहा हो गया. 12 साल पहले काम की तलाश में युवक राम बहादुर घर से बिना बताए निकल गया था. उसके बाद परिजनों ने उसकी बहुत खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला, लेकिन अब 12 साल बाद जैसे ही परिजनों को उसके आने की खबर मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अब परिवार बड़े बेसब्री से उसके आने का इंतजार कर रहे हैं. फिलहाल रामबहादुर अभी अमृतसर में है. जिसे मेडिकल जांच के लिए रखा गया है. पाकिस्तान की जेल में यह किस आरोप में बंद था इसके बारे में तो फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है. लेकिन विदेश मंत्रालय ने पुलिस प्रशासन से जब इस युवक के बारे में जानकारी ली तब इस युवक के बारे में पता चला.

पचोखर गांव के रहने वाले गिल्ला का बड़ा बेटा रामबहादुर 12 साल पहले साइकिल लेकर गांव से निकला था और उसके बाद उसका कहीं कोई पता नहीं चला. मां-पिता ने उसको ढूंढने की हर मुमकिन कोशिश की और जब उसका सुराग कहीं से भी नहीं मिला तो हताश होकर घर बैठ गए.

स्पेशल रिपोर्ट.

बेटे की गुमशुदगी ने मां-बाप को बुरी तरह तोड़ दिया

अपने 30 साल के जवान बेटे की गुमुशुदगी ने मां-बाप को बुरी तरह तोड़ दिया, आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के चलते बांदा के बाहर यह दंपति भाग दौड़ भी न कर सके और अपने बेटे को मृत मान कर दिल पर पत्थर रखकर बैठे गए, लेकिन ऐसी कहावत है कि हर रात के बाद सबेरा होता है और आखिर कार इन बुजुर्ग दंपति का सबेरा आ ही गया. जब पुलिस प्रशासन के लोग तफ्तीश करते हुए उनके गांव पहुंचे और उसके बाद उन्हें राम बहादुर के बारे में बताया. पुलिस ने बताया कि इनका बेटा 12 साल पहले पाकिस्तान पहुंच गया था.

जहां राम बहादुर को 12 साल की कैद हुई थी और वह सजा पूरी होने के बाद पाकिस्तान की आजादी के दिन यानी 14 अगस्त को रिहा करके वाघा बॉर्डर के जरिए भारत के हवाले कर दिया गया. फिलहाल वह अमृतसर में है जिसे मेडिकल जांच के लिए रखा गया है. बेटे को जिंदा पाकर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है और वे बेसब्री से राम बहादुर के आने की राह देख रहे हैं. इन गरीब दंपति को सिर्फ सरकार का ही सराहा है कि कब इनके बेटे को उनके घर तक पहुंचाएं.

विदेश मंत्रालय से मांगी गई थी जानकारी

प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि विदेश मंत्रालय से राम बहादुर के बारे में जानकारी मिली थी. जहां रामबहादुर के निवास की कंफर्मेशन मांगी गई थी. जिसको जांच पूरा कर रिपोर्ट विदेश मंत्रालय को भेज दिया गया है.

इसे भी पढे़ं- पाकिस्तान से 22 साल बाद लौटा प्रहलाद सिंह, जेहन में जिंदा है रावलपिंडी जेल में हुए जुल्म-ओ-सितम की यादें

Last Updated : Sep 3, 2021, 10:26 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.