बांदा: जिले में अन्ना गोवंशों की दुर्दशा के रोज नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. गोशालाओं में कभी ठंड से गोवंशों की मौत की खबरें आती हैं, तो कभी भूख से. अब गोवंशों के मरने के बाद उन्हें कचड़े के साथ कूड़े के ढेर में फेंके जाने का मामला सामने आया है. जिले में कूड़े वाली गाड़ियों में कूड़े-कचड़े के साथ मृत गोवंशों को फेंका जा रहा है और पूरे मामले में जिम्मेदार सबकुछ जानकर भी अंजान बने हुए हैं.
बांदा शहर के कानपुर रोड पर नगर पालिका की एक कूड़े वाली गाड़ी में मंगलवार को कचड़े के साथ एक मृत गोवंश को नगर पालिका के कर्मचारी फेंकने के लिए ले जा रहे थे. इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें देख लिया और मामले की जानकारी मीडिया को दी. इस मामले को लेकर जब नगर पालिका के अध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाने की बात कही है.
सफाई कर्मचारियों ने दी जानकारी
नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने बताया कि यह आदेश उन्हें नगर पालिका की ओर से मिला है कि गोवंशों को कूड़े-कचरे के साथ फेंक दिया जाए और रोजाना वे कई मृत गोवंशों को फेंकते हैं. उन्होंने बताया कि यह काम करने में उन्हें अच्छा नहीं लगता. फिर भी अगर वह यह काम नहीं करते तो उन्हें नौकरी से हटा देने की धमकी दी जाती है, जिसके कारण मजबूरी में उन्हें यह काम करना पड़ रहा है.
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नगर पालिका से सफाई कर्मचारियों को गोवंशों को कूड़े-कचरे के साथ फेंकने का कोई भी आदेश नहीं दिया गया है. हमारे यहां मृत जानवरों को फेंकने के लिए अलग से गाड़ी है. फिर भी अगर ऐसा कोई मामला आया है, तो इस पर जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-मोहन साहू, नगरपालिका अध्यक्ष