बांदाः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने आईटीआई कॉलेज में कार्यरत अनुदेशकों के खिलाफ प्रदर्शन किया. विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि छात्र-छात्राओं से प्रयोगात्मक परीक्षाओं के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं. जिसे लेकर ABVP के कार्यकर्ताओं ने प्राधानाचार्य को ज्ञापन दिया और मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की. साथ ही उन्होंने आरोपी अनुदेशकों को हटाने की भी मांग की.
- बांदा आईटीआई कॉलेज में ABVP ने किया प्रदर्शन.
- अनुदेशकों पर प्रयोगात्मक परीक्षाओं के नाम पर छात्रों से पैसे लेने का लगाया आरोप.
- मामले की निष्पक्षता से जांच नहीं कराने का लगाया आरोप.
शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शहर के आईटीआई कॉलेज पहुंचे. जहां उन्होंने आईटीआई कॉलेज में कार्यरत अनुदेशक करन सिंह और विकास मिश्रा पर प्रयोगात्मक परीक्षाओं के नाम पर छात्रों से पैसे लेने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही ABVP के पदाधिकारियों ने प्राधानाचार्य को इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने और आरोपी अनुदेशकों को कॉलेज से निष्कासित करने के लिए ज्ञापन भी सौंपा.
प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कहा कि, आईटीआई कॉलेज के अनुदेशक विकास मिश्रा और करन सिंह ने छात्रों से प्रयोगात्मक परीक्षाओं के नाम पर पैसे लिए हैं. इसको लेकर कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन दिया था. जिसके बाद मंडल के जेडी ने एक जांच समिति का गठन किया था. मगर जांच कमेटी द्वारा उन्हें किसी भी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई और उल्टा कमेटी के सदस्यों ने आरोपी अनुदेशकों के साथ में मिलकर छात्रों को डराया और धमकाया. साथ ही उनसे जबरदस्ती लेटर लिखवा लिए गए.
वहीं, आईटीआई कॉलेज के प्रधानाचार्य आर. के. मौर्य ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने पहले भी ज्ञापन दिया था. जिसके बाद मंडल के जेडी ने एक जांच समिति का गठन किया था. जिसमें इनके द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में जांच की गई थी. एबीवीपी का आरोप है कि आईटीआई कॉलेज में अनुदेशकों के द्वारा छात्रों से प्रयोगात्मक परीक्षाओं को लेकर पैसे लिए गए.
प्रधानाचार्य का कहना है कि उन्होंने इसकी जांच कराई थी, जिसमें सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को बुलाकर पूछताछ की गई. जिसमें छात्रों से पैसे लेने की बात सामने नहीं आई. जिसके बाद उन्होंने जांच रिपोर्ट जेडी को भेज दी थी.