बांदा: महाराष्ट्र के नागपुर से बांदा पहुंचे एक युवक का ट्रॉमा सेंटर में कोरोना वायरस की शंका के आधार पर प्राथमिक परीक्षण किया गया. युवक में कोरोना वायरस के किसी भी तरह के लक्षण न पाए जाने पर उसे एंबुलेंस से घर भेज दिया गया. साथ ही उसे कुछ दिनों तक खुद को घर में ही आइसोलेट करने को लेकर निर्देशित किया गया है. युवक ट्रेन द्वारा सुबह झांसी आया था जहां से रोडवेज बस द्वारा उसे बांदा लाया गया था.
दरअसल, बांदा के मरका थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला ललित नाम का युवक नागपुर में काम करता है. वह सुबह ट्रेन द्वारा झांसी आया. उसे व उसके साथ चित्रकूट के रहने वाले कई लोगों को रोडवेज बस के द्वारा बांदा लाया गया, जहां पर चित्रकूट के लोगों को उसी बस द्वारा चित्रकूट भेज दिया गया. जबकि युवक को रात लगभग 9 बजे एहतियात के तौर पर ट्रॉमा सेंटर लाया गया और कोरोना वायरस की शंका के आधार पर प्राथमिक परीक्षण किया गया.
परीक्षण में युवक में कोरोना वायरस के किसी भी तरह के लक्षण न पाए जाने पर ट्रामा सेंटर से एंबुलेंस के माध्यम से उसे घर भेज दिया गया. साथ ही चिकित्सकों द्वारा युवक को कुछ दिनों तक खुद को घर में ही आइसोलेट करने के लिए भी निर्देशित किया गया है.
ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सकों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि मरका थाना क्षेत्र का रहने वाला युवक नागपुर से सुबह झांसी आया था, जिसे बांदा लाया गया है. एहतियात के तौर पर इसका प्राथमिक परीक्षण किया गया है, जिसमें किसी भी तरह का कोई कोरोना वायरस का लक्षण नहीं मिला है.
उन्होंने बताया कि युवक को एंबुलेंस के द्वारा घर भेज दिया गया है. साथ ही कुछ जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं. युवक में कोरोना वायरस किसी भी तरह के लक्षण नहीं पाए गए हैं.
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