बलरामपुर: स्वस्थ शरीर का रास्ता स्वस्थ हाथों और पेट से होकर गुजरता है क्योंकि हाथों के जरिए ही हम खाते हैं और जब पेट सही से काम करता है तो पूरा शरीर और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है. इसी परिकल्पना के आधार पर मंगलवार को पूरी दुनिया वर्ल्ड हैंड वाश डे मना रही है. इसे मनाने के पीछे यह मकसद है कि हाथ धुलने के उन तरीकों पर काम किया जा सके और लोगों को हर बार खाने-पीने से पहले हाथ धुलने और उसे सैनिटाइज करने की प्रक्रिया को समझाया जा सके. उन्हें जागरूक बनाया जा सके, जिससे वह बीमार न हो.
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वहीं, इस बारे में इशावस्यम एजुकेशनल एकेडमी के प्रबंधक बताते हैं कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की तरफ से मंगलवार को निर्देशित किया गया था कि सभी स्कूलों में हैंडवाश डे मनाया जाए और बच्चों को स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ हाथ धुलाई की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करने का काम किया जाए. हमने बच्चों को हाथ धुलाई के महत्व के बारे में प्रेरित करने का काम किया है. वहीं बच्चे साफ हाथों से कुछ भी खाने पीने की चीजें ग्रहण करेंगे तो उन्हें छोटी-मोटी बीमारियां नहीं छू सकेंगी, जिससे वह स्वस्थ रहकर एक स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना सहयोग कर सकेंगे.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर के प्रभारी डॉ. सुमन सिंह चौहान बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग और स्वच्छता विभाग की टीमों की ओर से लगातार हाथ धुलाई के महत्व के बारे में गर्भवती महिलाओं से लेकर बच्चों तक को प्रशिक्षित किया जाता है. इसमें हमारी आशा, संगीनी, एएनएम और डॉक्टरों की टीम काम करती है, लेकिन मंदलवार को वर्ल्ड हैंड वाश डे के मौके पर जिले भर में तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसका मकसद यह है कि बच्चों को बड़ों को भी हाथ धुलाई के महत्व के बारे में जानकारी दी जा सके और उन्हें जागरूक बनाकर स्वच्छ हाथों से कुछ भी खाने-पीने के लिए प्रेरित किया जा सके.