बलरामपुर : जनपद के तहसील उतरौला के रमवापुर निवासी राहुल पांडेय पुत्र स्वर्गीय उमेश चंद्र पांडेय का 28 मार्च को घर जाते समय एक ट्रैक्टर ट्राली ने जोरदार टक्कर मार दी थी, जिससे राहुल पांडेय की गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. इसमें राहुल को भी काफी चोटें आईं थी. ग्रामीणों ने उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा के शह पर राहुल पांडेय के संदिग्ध परिस्थितियों में हुए एक्सीडेंट पर पर्दा डालने का आरोप भी लगाया.
ग्रामीणों का आरोप है कि ट्रैक्टर सुनील कुमार पुत्र दाताराम सिकरापुर बानी ज्योत उतरौला की है. यह बात पुलिस को बताने के बाद पुलिस छानबीन करने गई. उनको एक्सीडेंट का सारा साक्ष्य भी मिला. ट्रैक्टर ट्राली को जब्त किया गया, लेकिन कोतवाल ने सत्ता के दबाव में छोड़ दिया.
परिजनों ने कहा कि हमने जब इसकी शिकायत उच्चाधिकारी से की और एसडीएम को ज्ञापन दिया. तब उसे मंगवाकर और उसका साक्ष्य मिटाकर फिर खड़ा करवा दिया गया. ग्रामवासियों का कहना है कि जब तक राहुल पांडे को न्याय और उतरौला कोतवाल अवधेश राय पर विभागीय जांच और बर्खास्त नहीं की जाएगी, तब तक हम लोग मतदान नहीं करेंगे.
उनका कहना है कि उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा के शह पर पत्रकार राहुल पांडेय के संदिग्ध परिस्थितियों में हुए एक्सीडेंट पर पर्दा डाला जा रहा है. राहुल पांडे को न्याय न मिलने से उतरौला तहसील के रमवापुर खुर्द, पनवापुर, अमारेभरिया, भगनाजोत, नन्दमहरा, भिठौढी गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया.
वहीं जब इस मामले में राहुल पांडे के भाई चंद्र प्रकाश पाण्डेय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राहुल का एक्सीडेंट एक साजिश है. राहुल पांडेय विधायक के खिलाफ खबर लगाता था. उन्होंने कहा उतरौला विधायक इस साजिश में शामिल है. वहीं इस मामले में उतरौला विधायक का कहना है कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाये जा रहे हैं, सब बे बुनियाद है. विधायक ने कहा कि हम मतदान करने की अपील कर रहे हैं.