बलरामपुर: देशव्यापी लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से अपने जिलो में लगातार वापस आ रहे हैं. सभी को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से व्यवस्थाएं की जा रही हैं, लेकिन घर वापसी पर संक्रमण प्रसार को रोकना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. जिसे देखते हुए प्रवासी मजदूरों को संयुक्त रूप से दिशा निर्देश जारी किए गए है.
यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संयुक्त रूप से दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिसके अंतर्गत प्रवासी मजदूरों की घर वापसी पर प्रबंधन प्रोटोकॉल और होम क्वारंटाइन के दौरान जरूरी बचाव-सावधानी इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है.
लक्षण मिलने पर होगी जांच
किसी प्रवासी में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण मिलने पर क्वारंटाइन में रखा जाएगा. प्रबंधित क्वारंटाइन में कोविड-19 की जांच होगी. जांच में संक्रमण पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. जांच में संक्रमण नहीं मिलने पर 7 दिन क्वारंटाइन में रखकर दोबारा जांच की जाएगी. 7 दिन के बाद भी संक्रमण न होने पर घर भेज दिया जाएगा. इसके बाद 14 दिन होम क्वारंटाइन किया जाएगा.
14 दिनों के लिए क्वारंटाइन
अगर किसी प्रवासी में कोविड-19 के लक्षण नहीं पाए जा रहे हैं. ऐसे लोगों को जिला प्रशासन की ओर से क्वारंटाइन सेंटर में भेजा जा रहा है. वहां पर 14 दिन क्वारंटाइन रहने के बाद इनको घर भेजा जाएगा. जिसके बाद 7 दिन इनको होम क्वारंटाइन रहना होगा.