बलरामपुर: जिले के पचपेड़वा थाना क्षेत्र में एक नर्सिंग होम में प्रसूता के नवजात को मृत बताकर बेचने का मामला सामने आया है. पुलिस ने नवजात को बेचने के आरोप में बुधवार को दो डाक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने नवजात को नगर पंचायत के एक सभासद के घर से सकुशल बरामद कर उसे उसकी मां के हवाले कर दिया है.
गोरा चौराहा थाना क्षेत्र के झोववा निवासी जय जयराम की पत्नी पुष्पा देवी 29 अक्टूबर को पचपेड़वा स्थित एक अस्पताल में भर्ती हुई थी. जहां पर पुष्पा देवी ने ऑपरेशन के बाद नवजात बच्चे को जन्म दिया था. ऑपरेशन के बाद जब पुष्पा देवी को होश आया तो डाक्टरों ने बताया की नवजात की मौत हो गई है. पुष्पा रोती बिलखती दवा लेकर अपने गांव वापस चली गई. लेकिन, उसका दिल नहीं माना. उसे यकीन था कि उसके बच्चे की मौत नहीं हुई है. उसके शंका थी कि डॉक्टर उससे झूठ बोल रहे है. वह लगातार अस्पताल के चक्कर लगाकर बच्चे को वापस देने की मांग करती रही.
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अपर पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार ने बुधवार को बताया कि 26 नवंबर को शक के आधार पर पचपेड़वा थाने में पुष्पा देवी ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल के डॉक्टर अकरम जमाल और पुष्पा का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर हिफजुर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया. डॉक्टर की निशानदेही पर पुलिस ने बढ़नी नगर पंचायत वार्ड न. 2 के सभासद निसार के घर से नवजात को बरामद कर सकुशल मां पुष्पा देवी के सुपुर्द कर दिया गया. जबकि, सभासद नेपाल फरार हो गया है, जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है.
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