बलरामपुर : जिला जेल में हत्या के मामले में 2014 से निरुद्ध एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. साल 2014 में अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में बंद तौवाब की 13 मई की रात को तबियत खराब हो गई. इसके बाद जेल प्रशासन ने उसे संयुक्त जिला चिकित्सालय भर्ती करवाया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
क्या है पूरा मामला
- मामला जिला कारागार बलरामपुर से जुड़ा हुआ है.
- यहां साल 2014 में अपनी पत्नी के हत्या के आरोप में तौवाब निवासी शिवदयालपुर थाना कोतवाली उतरौला को पुलिस ने 2014 में गिरफ्तार करके जिला जेल भेजा था.
- तब से वह बलरामपुर कारागार में ही निरुद्ध था.
- जेल प्रबंधन का कहना है कि 13 मई 2019 को तौवाब की तबीयत अचानक खराब हो गई.
- इसके बाद उसे आनन-फानन में बगल में ही स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया.
- यहां 7 बजे के करीब उसने दम तोड़ दिया.
जेल में काम करके कमाए तौवाब ने 5,750 रुपये
जेल अधिकारियों का कहना है कि वह जब जेल में आया था, तब से वह काम कर रहा था. जेल के छोटे-मोटे कामों में उसे लगाया जाता था, जिसे वह बड़ी शिद्दत के साथ किया करता था. उसका पैसा उसके खाते में जमा होता रहता था. खर्चों को काटकर उसकी मौत के बाद कुल 5,750 रुपये बचे थे, जिसका चेक जेल प्रशासन ने मृतक के पिता रियाल अहमद के सुपुर्द कर दिया है.
तौवाब पहले से बीमार रहता था. उसकी तबीयत ठीक नहीं रहती थी. थोड़े समय के बाद खाना-पीना सब छोड़ दिया था. किसी तरह जेल प्रशासन और बंदियों की मदद से उसे खाना खिलाया जाता था. वह शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो चुका था. 13 मई की शाम को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे जेल से संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया. इसके बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका. मृतक के परिजनों को सूचना दी गई है.
-शिव कुमार शर्मा, अधीक्षक, बलरामपुर जेल