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बलरामपुर: नहीं मिला अभी तक कोई मरीज, फिर भी स्वास्थ्य विभाग है अलर्ट

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जिला स्तर पर तमाम तरह की तैयारी कर ली गई हैं. साथ ही टास्क फोर्स घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं.

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घर घर जाकर टास्क फोर्स कर रही जागरूक
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Published : Mar 30, 2020, 11:44 PM IST

बलरामपुर: नोवल कोरोना वायरस की त्रासदी से लड़ने के लिए जिला स्तर पर तमाम तरह की तैयारियां की जा रही हैं. इसी क्रम में बलरामपुर जिले में अभी तक नोवेल कोरोना वायरस से संबंधित कोई मरीज नहीं मिला है. वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लेना चाहता है, ताकि जिले में पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से तत्काल निपटा जा सके.

ब्लॉक स्तर पर एक्शन फोर्स की गई तैनात

स्वास्थ्य विभाग ने तमाम जगहों को न केवल शेल्टर होम में परिवर्तित कर रहा है, बल्कि अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों को आइसोलेशन सेंटर के रूप में विकसित करने का काम तेजी से कर रहा है. जिले में बाहर से आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसकी निगरानी के लिए पूरे जिले के 9 ब्लॉकों में 9 रैपिड एक्शन फोर्स और ब्लॉक स्तर पर भी तैनात किए गए हैं.

घर-घर जाकर टास्क फोर्स कर रही जागरूक

टास्क फोर्स और ग्रामीण स्तर तैनात हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर लोगों को क्वारंटाइन होने और साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं. जिला प्रशासन की अगर मानें तो पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर चुका है.

अलग काउंटर बनाकर मरीजों को दी जा रही दवा

जिले के सभी 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला मेमोरियल चिकित्सालय और संयुक्त जिला चिकित्सालय में अलग काउंटर बनाकर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की जांच कर दवा दी जा रही है.

विदेश से आए लोग प्रशासन के लिए बने चुनौती

प्रशासन के सामने वो लोग चुनौती बने हुए हैं, जो लोग विदेशों और अन्य राज्यों से जिले में आये है. करीब 8 देशों से 513 लोग तीन महीने के भीतर जिले में आये हैं. करीब 8 हजार लोग अन्य राज्यों से जिले में वापस आये हैं, लेकिन इनका आना अभी भी लगातार जारी है.

एएनएम, आंगनवाड़ी के द्वारा कराई जा रही ट्रैकिंग

जिला प्रशासन द्वारा गांवों में आशा, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाकर बाहर से आने वाले लोगों की ट्रैकिंग कराई जा रही है. उन्हें घर में ही रहने के लिए कहा जा रहा है. आंगनबाड़ी कर्मचारी भी घर-घर जाकर लोगों को हाथ धोने का महत्व बताकर, कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रेरित कर रहीं हैं.

38 लोगों को 28 दिनों तक किया जाएगा क्वारंटाइन

सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने कहा कि विदेश और अन्य प्रदेशों से आने वाले लोग, मजदूर हमारे सामने चुनौती बने हुए हैं. अब तक 38 विदेश से आने वाले लोगों को 28 दिनों तक क्वारंटाइन करके उन्हें संभावित लक्षणों से मुक्त कर दिया गया है, जबकि अन्य लोगों को घर में ही क्वॉरेंटाइन करके लक्षण से मुक्त किया जा रहा है.

शेल्टर होम्स को बनाया जाएगा आइसोलेशन वार्ड
स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर अपनी तैयारी को पुख्ता कर रहा है. जिले के कई अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का निर्माण किया गया है. इसके साथ ही शेल्टर होम्स और आइसोलेशन वार्ड को अन्य जगहों पर बनाने की तैयारी जोरों से चल रही है.

बलरामपुर: नोवल कोरोना वायरस की त्रासदी से लड़ने के लिए जिला स्तर पर तमाम तरह की तैयारियां की जा रही हैं. इसी क्रम में बलरामपुर जिले में अभी तक नोवेल कोरोना वायरस से संबंधित कोई मरीज नहीं मिला है. वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लेना चाहता है, ताकि जिले में पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से तत्काल निपटा जा सके.

ब्लॉक स्तर पर एक्शन फोर्स की गई तैनात

स्वास्थ्य विभाग ने तमाम जगहों को न केवल शेल्टर होम में परिवर्तित कर रहा है, बल्कि अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों को आइसोलेशन सेंटर के रूप में विकसित करने का काम तेजी से कर रहा है. जिले में बाहर से आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसकी निगरानी के लिए पूरे जिले के 9 ब्लॉकों में 9 रैपिड एक्शन फोर्स और ब्लॉक स्तर पर भी तैनात किए गए हैं.

घर-घर जाकर टास्क फोर्स कर रही जागरूक

टास्क फोर्स और ग्रामीण स्तर तैनात हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर लोगों को क्वारंटाइन होने और साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं. जिला प्रशासन की अगर मानें तो पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर चुका है.

अलग काउंटर बनाकर मरीजों को दी जा रही दवा

जिले के सभी 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला मेमोरियल चिकित्सालय और संयुक्त जिला चिकित्सालय में अलग काउंटर बनाकर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की जांच कर दवा दी जा रही है.

विदेश से आए लोग प्रशासन के लिए बने चुनौती

प्रशासन के सामने वो लोग चुनौती बने हुए हैं, जो लोग विदेशों और अन्य राज्यों से जिले में आये है. करीब 8 देशों से 513 लोग तीन महीने के भीतर जिले में आये हैं. करीब 8 हजार लोग अन्य राज्यों से जिले में वापस आये हैं, लेकिन इनका आना अभी भी लगातार जारी है.

एएनएम, आंगनवाड़ी के द्वारा कराई जा रही ट्रैकिंग

जिला प्रशासन द्वारा गांवों में आशा, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाकर बाहर से आने वाले लोगों की ट्रैकिंग कराई जा रही है. उन्हें घर में ही रहने के लिए कहा जा रहा है. आंगनबाड़ी कर्मचारी भी घर-घर जाकर लोगों को हाथ धोने का महत्व बताकर, कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रेरित कर रहीं हैं.

38 लोगों को 28 दिनों तक किया जाएगा क्वारंटाइन

सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने कहा कि विदेश और अन्य प्रदेशों से आने वाले लोग, मजदूर हमारे सामने चुनौती बने हुए हैं. अब तक 38 विदेश से आने वाले लोगों को 28 दिनों तक क्वारंटाइन करके उन्हें संभावित लक्षणों से मुक्त कर दिया गया है, जबकि अन्य लोगों को घर में ही क्वॉरेंटाइन करके लक्षण से मुक्त किया जा रहा है.

शेल्टर होम्स को बनाया जाएगा आइसोलेशन वार्ड
स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर अपनी तैयारी को पुख्ता कर रहा है. जिले के कई अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का निर्माण किया गया है. इसके साथ ही शेल्टर होम्स और आइसोलेशन वार्ड को अन्य जगहों पर बनाने की तैयारी जोरों से चल रही है.

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