बलरामपुरः फर्जी इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए मामलें का पर्दाफाश किया है. पकड़े गए लोग अधिक रिटर्न का प्रलोभन देकर लोगों से इंश्योरेंस के नाम पर रुपये जमा कराते थे.
जाने क्या है पूरा मामला
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी वरुण मिश्र ने बताया कि बलरामपुर निवासी जटाशंकर सिंह पुत्र बम बहादुर सिंह द्वारा तहरीर दी गई थी कि एक अंजान कॉल से 97 लाख के चेक देने के प्रलोभन में आकर 02 साल में लगभग 32 लाख रुपये जमा कर दिए. आरोप लगाया था कि ठग उसे झांसा देकर और रुपये जमा करवाते रहे है. घटना को संज्ञान लेकर कोतवाली देहात में तत्काल अभियोग पंजीकृत करने तथा साथ ही साइबर और सर्विलांस सेल को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था.
सर्विलांस और साइबर सेल के जांच में पाया कि इन्श्योरेंस कंपनी आईएफटी, एफएनएस सर्विसेज के नाम विभिन्न बैंकों में खाता खुला हुआ है. इसी दौरान पुनः पीड़ित जटाशंकर को रुपये डालने के लिए फोन पर कहा गया. इस पर पुलिस के इशारे पर वादी ने कहा कि अकाउण्ट में कुछ समस्या है. यदि उधर से किसी को भेज दें तो मैं कैश दे सकता हूंं. शनिवार को उक्त लोगों ने पैसे लेने के लिए बलरामपुर बस अड्डे पर वादी को बुलाया.
वहां पहले से तैयार कोतवाली देहात, साइबर और सर्विलांस की टीम ने बस अड्डे से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. नाम पता पुछने पर ठगों ने अपना नाम मोनू उर्फ मनवीर सिंह पुत्र ऋषिपाल सिंह (27वर्ष) निवासी सालवन थाना सालवन जनपद करनाल हरियाणा, रितेश तिवारी पुत्र सुरेन्द्र (32 वर्ष) निवासी बिजबनिया थाना सिरसिया जनपद वेस्ट चम्पारण बिहार, आकाश पाण्डेय पुत्र प्रदीप कुमार (25 वर्ष) निवासी सराय मनोदर हैदरगढ़ थाना भीटी जनपद अयोध्या बताया.
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पूछताछ में पकड़े गए युवकों ने बताया कि वह फर्जी तरीके से लोगों के मोबाइल नंबर लेकर उनसे फोन से संपर्क कर बीमा के नाम अधिक रिटर्न देने का प्रलोभन देकर फर्जी खातों में रुपये जमा कराते हैं. जमा कराए गए रुपये को आपस में बांंट लेते थे. युवकों के पास से लैपटाप, 2 फर्जी चेक, 8 अदद मोबाइल फोन, पैनकार्ड , नगद 36,500 रुपये, एटीम कार्ड 7, आईएफटी सर्विसेज के कागजात, ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए गए हैं.