बलरामपुर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में सोमवार को बलरामपुर जिले में भी वोटिंग हो रही है. जिले में गांव की सरकार के लिए 16 से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. बलरामपुर जिले में 2524 बूथों पर सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया जारी है. आज जिले के मतदाता करीब 15 हजार प्रत्याशियों की किस्तम का फैसला करेंगे. उधर, गांव की सरकार को बनाने के लिए जिले के मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. एक लाख से अधिक युवा वोटर्स भी इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
जिले के आंकड़ों पर एक नजर
जिले में 800 ग्राम सभाएं, 40 जिला पंचायत सदस्य वार्ड, 10038 ग्राम पंचायत सदस्य वार्ड और 993 क्षेत्र पंचायत सदस्य वार्ड है. जिनके लिए 15628 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आज मतपेटी में बंद हो जाएगा. जिले में प्रधान के लिए 5440 लोग मैदान में हैं, जबकि सदस्य ग्राम पंचायत 5027 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 4443 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन किया है. जिला पंचायत सदस्य पद के 718 प्रत्याशियों का भाग्य आज तय होगा. जिले में 2776 पोलिंग पार्टियां मौके पर वोटिंग कराने का काम कर रही हैं.
इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
जिला पंचायत सदस्य के कुल 40 वार्ड हैं. 355 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में राजनीतिक दलों के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दावं पर लग गई है. सपा नेता पूर्व वन निगम चेयरमैन सलिल सिंह टीटू की पत्नी अनुराधा सिंह त्रिकौलिया वार्ड से चुनाव लड़ रही हैं. यहीं से सपा के बागी टोप सिंह और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सिंह की पत्नी विनीता सिंह भी मैदान में हैं. युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह की पत्नी अरुणिमा सिंह नवानगर, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह की पत्नी रीना सिंह रामपुर बनघुसरा से चुनावी मैदान में हैं. वहीं, जरवा बनगाई से सपा की कनीज फातिमा, पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू और मुशीर पप्पू की भाभी चुनावी मैदान में ताल ठोक रही हैं. सपा नेता और पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव के पुत्र राकेश यादव रामपुर बनघुसरा वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं.
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क्या बोले वोटर्स
मतदान करने आए वोटर्स का कहना है कि 'हम इस बार के चुनावों में ग्रामीण सरकार को मजबूत करने और समुचित विकास के लिए वोट कर रहे हैं. हम इस बार ऐसी सरकार गांवों में बनाना चाहते हैं, जिससे न केवल चौमुखी विकास हो सके बल्कि हमें सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल सके'
इस बार मुद्दा विकास है
मतदाताओं के उत्साह को देखकर लग रहा है कि इस बार जिले में बंपर वोटिंग की जाएगी. सुबह से ही पोलिंग बूथ पर लगी मतदाताओं की कतारें यह बता रही हैं कि इस बार के पंचायत चुनावों में उनका मुद्दा विकास का है और इसी के आधार पर वोटिंग की जा रही है.