बलरामपुर : सपा सरकार में मंत्री रहे और गोंडा लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह पर आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है. सोमवार को उतरौला में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पंडित सिंह अपना आपा खो बैठे और भाजपा के सांसद और विधायक को उल्टा सीधा बोल गए.
सोमवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व मंत्री विनोद कुमार सिंह ने मंच से भाजपा के एमपी और एमएलए को कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न पर देख लेने की धमकी तक दे डाली थी. यही नहीं, उन्होंने भाजपा सांसद को स्विच ऑफ सांसद तक करार दिया था. अपने संबोधन के दौरान पंडित सिंह ने पुलिस प्रशासन को भी नहीं बख्शा था. कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न होने पर उन्होंने पुलिस प्रशासन को भी देख लेने की धमकी तक दे डाली थी.
इस मामले में जब एसपी बलरामपुर अनुराग आर्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया था कि गोंडा लोकसभा के गठबंधन प्रत्याशी किसी मीटिंग में आपत्तिजनक बातें कही हैं. वहां पर सर्विलांस की जो टीम तैनात थी, उनकी तरफ से यह वीडियो संज्ञान में लाया गया. इस पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए उतरौला कोतवाली सुसंगत धारा में मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसमें आईपीसी की धाराएं हैं और पीपुल एक्ट की भी धाराएं हैं और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पंडित सिंह ने पुलिस को भी नहीं बख्शा
विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह ने कहा कि कोतवाल, एसडीएम, सीओ, सेक्रेटरी सभी लोग भाजपा के इशारे पर काम करते हैं और भाजपा के लिए वोट मांगते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई भाजपा के विधायक नेता के इशारे पर काम करते हुए हमारे कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करता है, हम थाने में घुसकर जो करना चाहिए, वही करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग को खुलेआम धमकी देते हुए कहा कि हमारा कोई कार्यकर्ता अपनी जमानत नहीं कराएगा. खुलेआम घूम रहे हैं, वैसे ही घूमते रहेंगे. उन्होंने मंच से कई अपशब्दों का प्रयोग किया था. इस कार्यकर्ता सम्मेलन में आचार संहिता की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई थीं, जिसके बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पंडित सिंह पर आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया है.