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बलरामपुर: वेतन बांटने में सीबीआई जांच की मांग कर रहे होमगार्ड

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में होमगार्ड के उच्चाधिकारियों के कामों के कारण इस समय पूरा विभाग जांच के घेरे में है. आरोप है कि मस्टर रोल में फर्जी एंट्रियां करके 702 रुपये के हिसाब से मिलने वाले वेतन को उच्चाधिकारी डकार जा रहे हैं.

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Published : Nov 29, 2019, 1:27 PM IST

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होमगार्ड कर रहे जांच की मांग.

बलरामपुर: सिविल पुलिस के बाद होमगार्ड ही वह बल होता है, जो जमीन पर कानून व्यवस्था और अधिकारियों को सुरक्षा देने का काम करता है. आजकल पूरा होमगार्ड विभाग प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. विभागीय उच्चाधिकारियों के काम की वजह से पूरा होमगार्ड विभाग जांच के घेरे में है.

होमगार्ड विभाग में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि मस्टर रोल में फर्जी एंट्रियां करके 702 रुपये के हिसाब से मिलने वाले वेतन को उच्चाधिकारी डकार जाते हैं. जांच की बात आने पर नाटकीय ढंग से कागजात को जला दिया जाता है. ऐसे में ईटीवी भारत ने बलरामपुर जिले में तैनात 750 होमगार्ड की सुध ली.

होमगार्ड कर रहे जांच की मांग.

होमगार्ड कर रहे जांच की मांग

  • होमगार्ड संघ के जिला अध्यक्ष वीके शुक्ला ने बताया कि होमगार्ड विभाग में सालों से बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है.
  • गौतम बुद्ध नगर महज बानगी भर है क्योंकि वहां के एसपी ने होमगार्डों की पुकार सुन ली.
  • कुछ दिन पहले ही होमगार्ड संघ में बलरामपुर के जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया था.
  • ज्ञापन में मस्टर रोल में तमाम तरह की खामियों के साथ-साथ विभागीय भ्रष्टाचार की बात कही गई थी.
  • आज तक उस ज्ञापन के बाद भी जांच नहीं हो सकी.

होमगार्डों को चाहिए सीबीआई की जांच

  • इस विभाग में अगर आकलन माना जाए तो 99 प्रतिशत अधिकारी भ्रष्टाचार व्याप्त है.
  • जिला अध्यक्ष वीके शुक्ला का कहना है कि विभागीय मंत्री जांच की जगह सीबीआई से होनी चाहिए.
  • विभाग से निष्कासित होमगार्ड पवन कुमार सोनी बताते हैं कि अगस्त में 6 लोग एसडीएम के यहां ड्यूटी कर रहे थे.
  • दो होमगार्ड अपनी राइफल छोड़कर कहीं चले गए, जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने बिना बात सुने विभाग से उसे निकाल दिया.
  • निष्कासित करने का कारण यह समझ आया कि मैं होमगार्ड संघ में महासचिव था.
  • सचिव होने के कारण मैं अपने लोगों की आवाज को मुखर करने का काम करता था, जो हमारे अधिकारी को नाखुश करता था.

इसे भी पढ़ें- बुलन्दशहर: थानों में होमगार्ड ड्यूटी में घोटाला, आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज

नोएडा में जो भी हुआ उसकी जांच करवाई जा रही है. इसके साथ ही मैंने प्रदेश के सभी जिलों और स्थापित सभी प्रशिक्षण केंद्रों की ऑडिट करवाने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक तौर पर जांच की जा रही है, जैसे ही जांच खत्म होगी, ऑडिट के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसमें विशेष तौर पर फिर से जांच करवाई जाएगी. अगर कोई भी व्यक्ति दोषी मिलता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
-चेतन चौहान, प्रभारी मंत्री व होमगार्ड मंत्री

बलरामपुर: सिविल पुलिस के बाद होमगार्ड ही वह बल होता है, जो जमीन पर कानून व्यवस्था और अधिकारियों को सुरक्षा देने का काम करता है. आजकल पूरा होमगार्ड विभाग प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. विभागीय उच्चाधिकारियों के काम की वजह से पूरा होमगार्ड विभाग जांच के घेरे में है.

होमगार्ड विभाग में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि मस्टर रोल में फर्जी एंट्रियां करके 702 रुपये के हिसाब से मिलने वाले वेतन को उच्चाधिकारी डकार जाते हैं. जांच की बात आने पर नाटकीय ढंग से कागजात को जला दिया जाता है. ऐसे में ईटीवी भारत ने बलरामपुर जिले में तैनात 750 होमगार्ड की सुध ली.

होमगार्ड कर रहे जांच की मांग.

होमगार्ड कर रहे जांच की मांग

  • होमगार्ड संघ के जिला अध्यक्ष वीके शुक्ला ने बताया कि होमगार्ड विभाग में सालों से बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है.
  • गौतम बुद्ध नगर महज बानगी भर है क्योंकि वहां के एसपी ने होमगार्डों की पुकार सुन ली.
  • कुछ दिन पहले ही होमगार्ड संघ में बलरामपुर के जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया था.
  • ज्ञापन में मस्टर रोल में तमाम तरह की खामियों के साथ-साथ विभागीय भ्रष्टाचार की बात कही गई थी.
  • आज तक उस ज्ञापन के बाद भी जांच नहीं हो सकी.

होमगार्डों को चाहिए सीबीआई की जांच

  • इस विभाग में अगर आकलन माना जाए तो 99 प्रतिशत अधिकारी भ्रष्टाचार व्याप्त है.
  • जिला अध्यक्ष वीके शुक्ला का कहना है कि विभागीय मंत्री जांच की जगह सीबीआई से होनी चाहिए.
  • विभाग से निष्कासित होमगार्ड पवन कुमार सोनी बताते हैं कि अगस्त में 6 लोग एसडीएम के यहां ड्यूटी कर रहे थे.
  • दो होमगार्ड अपनी राइफल छोड़कर कहीं चले गए, जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने बिना बात सुने विभाग से उसे निकाल दिया.
  • निष्कासित करने का कारण यह समझ आया कि मैं होमगार्ड संघ में महासचिव था.
  • सचिव होने के कारण मैं अपने लोगों की आवाज को मुखर करने का काम करता था, जो हमारे अधिकारी को नाखुश करता था.

इसे भी पढ़ें- बुलन्दशहर: थानों में होमगार्ड ड्यूटी में घोटाला, आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज

नोएडा में जो भी हुआ उसकी जांच करवाई जा रही है. इसके साथ ही मैंने प्रदेश के सभी जिलों और स्थापित सभी प्रशिक्षण केंद्रों की ऑडिट करवाने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक तौर पर जांच की जा रही है, जैसे ही जांच खत्म होगी, ऑडिट के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसमें विशेष तौर पर फिर से जांच करवाई जाएगी. अगर कोई भी व्यक्ति दोषी मिलता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
-चेतन चौहान, प्रभारी मंत्री व होमगार्ड मंत्री

Intro:सिविल पुलिस के बाद होमगार्ड ही वह बल होता है जो जमीन पर कानून व्यवस्था और अधिकारियों को सुरक्षा देने का काम करते हैं। लेकिन आजकल पूरा होमगार्ड्स विभाग ही उत्तर प्रदेश में कुछ ज्यादा ही चर्चित है। ऐसा नहीं है कि इन्होंने बहुत अच्छा काम किया है। लेकिन विभागीय उच्चाधिकारियों ने जो काम किया है। उससे पूरा होमगार्ड विभाग भी अब जांच के घेरे में है। होमगार्ड विभाग में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि मास्ट रोल में फर्जी एंट्रियां करके ₹702 के हिसाब से मिलने वाले वेतन को उच्च अधिकारी डकार जाते हैं। जब जांच की बात आती है। तो कागजात नाटकीय ढंग से जला दिए जाते हैं। ऐसे में ईटीवी भारत ने बलरामपुर जिले में तैनात 750 होमगार्ड की सुध ली। जिनकी भी अपनी समस्याएं हैं।Body:हम से इस बारे में बात करते हुए होमगार्ड संघ के जिला अध्यक्ष वीके शुक्ला ने बताया कि होमगार्ड विभाग में सालों से बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है। गौतम बुध नगर इसकी महज बानगी भर है। क्योंकि वहां के एसपी ने हम लोगों की पुकार सुन ली। लेकिन जिन जिलों में पुकार तक नहीं सुनी जाती। उनका क्या होगा।
उन्होंने हमसे बात करते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही होमगार्ड संघ में बलरामपुर के जिला अधिकारी को एक ज्ञापन दिया था। जिसमें मास्ट रोल में तमाम तरह की खामियों के साथ-साथ विभागीय भ्रष्टाचार की बात कही गई थी। लेकिन आज तक जांच नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि इस विभाग में अगर मेरा आकलन माना जाए तो 99 प्रतिशत भ्रष्टाचार व्याप्त है।
बीके शुक्ला ने कहा कि अब जब नोएडा जैसे जगहों से इस तरह के भ्रष्टाचार की खबरें आ रही है। तो विभागीय मंत्री जांच की बात कह रहे हैं। लेकिन यह जांच असल में सीबीआई से होनी चाहिए। विभागीय जांच करवा कर कोई फायदा नहीं होगा। क्योंकि पहले भी कई बार विभागीय जांच करवाई जा चुकी है। जिसका कोई नतीजा नहीं निकला।

वहीं, आजकल विभाग से बाहर चल रहे एसडीएम की ड्यूटी में तैनात विभाग से निष्कासित होमगार्ड पवन कुमार सोनी बताते हैं कि अगस्त में हम 6 लोग एसडीएम बलरामपुर के यहां ड्यूटी कर रहे थे। तभी दो होमगार्ड अपनी राइफल छोड़कर कहीं चले गए। उसके बाद विभागीय अधिकारियों ने बिना ही मेरी बात सुने मुझे विभाग से ही निष्कासित कर दिया।
उन्होंने कहा कि इसका कारण मुझे सिर्फ इतना ही समझ में आता है क्योंकि मैं होमगार्ड संघ में महासचिव भी था और मैं अपने लोगों की आवाज को मुखर करने का काम करता था। जिससे हमारे अधिकारी नाखुश रहते थे।
Conclusion:बलरामपुर दौरे पर आए जिले के प्रभारी मंत्री व होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि नोएडा में जो भी हुआ। उसकी जांच करवाई जा रही है। इसके साथ ही मैंने प्रदेश के सभी जिलों और स्थापित सभी प्रशिक्षण केंद्रों की ऑडिट करवाने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक तौर पर जांच की जा रही है। जैसे ही जांच खत्म होगी ऑडिट के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसमें विशेष तौर पर फिर से जांच करवाई जाएगी। अगर कोई भी व्यक्ति दोषी मिलता है। तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बाईट :- वीके शुक्ला, जिलाध्यक्ष, होमगार्ड्स संघ
बाईट :- चेतन चौहान, कैबिनेट मंत्री, होमगार्ड विभाग
पीटीसी :- योगेंद्र त्रिपाठी, 09839325432
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