बलरामपुर: जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मास्क बना रहीं हैं. इनके द्वारा तैयार मास्क को पुलिस, जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के उपयोग में लाया जा रहा है. यही नहीं यहां बनने वाले मास्क को जिला स्वास्थ्य विभाग ने प्रमाणित भी किया है. ये मास्क बेहद कम दाम पर लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं.
जिले के उतरौला तहसील में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत दुर्गा शक्ति स्वयं सहायता समूह का संचालन करने वाली संजना शुक्ला ने बताया कि हम सभी लोग बड़े पैमाने पर मास्क बना रहे हैं. साथ ही इसे लोगों तक पहुंचाया भी जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि लोग लाॅकडाउन का पूरी तरह से पालन करें और अपने घरों में रहें. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करें.
तीन लेयर का मास्क
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त सूबेदार सिंह यादव ने बताया कि जिला प्रशासन निर्णय लिया गया था. जिसमें यह कहा गया था कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से मास्क तैयार कराए जाएं. सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने 3 लेयर का मास्क तैयार करने को कहा गया था. उन्होंने बताया कि यह मास्क सफेद और हरे कपड़े से तैयार किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने की 10 हजार मास्क की डिमांड
उपायुक्त ने बताया कि समूह से स्वास्थ्य विभाग ने 10 हजार मास्क देने की मांग की है. जबकि 4000 मास्क की डिमांड पुलिस अधीक्षक ने भेजी थी. समूह ने करीब 3500 मास्क स्वास्थ्य विभाग को और 2500 मास्क पुलिस विभाग को उपलब्ध करा दिए हैं. उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 4000 स्वयं सहायता समूह संचालित किए जा रहे हैं. अभी 25 स्वयं सहायता समूह ही मास्क बना रहे हैं.